आज देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती है कि अगला prime minister कौन होगा ?जनता इस कदर घबरा चुकी है कि इस election का फैसला जैसे सभी की निज़ी जिंदगी का अहम् फैसला है, वैसे है भी, देश पहले नागरिकों का घर है | आने वाले लोकसभा election के बारे में जब विचार किया जाता है तब नागरिको के मुख पर गहरी चिंता दिखाई पड़ती है |
बढ़ती हुई महंगाई, बढ़ता हुआ भ्रष्ट्राचार और बढ़ता हुआ आतंकवाद, इन सभी ने देश की नीव को हिला दिया है आज बच्चा–बच्चा इन तकलीफों को महसूस कर रहा है | फिलहाल इस तरह की परेशानी का एक हल यह है कि देश एक सच्चे, कर्मठ और ईमानदार व्यक्ति के नेतृत्व को हासिल करे और यह नेतृत्व देश की जनता के votes तय करेंगे इसलिए आवश्यक है कि जनता अपनी ताकत का सही दिशा में उपयोग करे |
2014 के election में प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में Narendra Modi , Rahul Gandhi के साथ कुछ वक्त पहले Arvind Kejriwal का नाम भी जुड़ा है | जनता के फैसले को कुछ हद तक आसान बनाने के लिए आपसे इन तीनो दावेदारों का एक परिचय करवाते है |
Rahul Gandhi:
यह India के सफल राजनीतिज्ञ नेहरु-गाँधी परिवार के युवा सदस्य है| इनका जन्म 19 जून 1970 में हुआ था| इनके पिता Rajiv Gandhi देश के सफल prime minister थे, जिन्हें देश के आतंकवाद ने देश से छीन लिया | इनकी दादी Indira Gandhi ने देश को सफल राजनीति दि, लेकिन इन्हें भी इनके ही body guard ने मार दिया | इस तरह Rahul का प्रारंभिक जीवन बहुत ही कठिनाइयों से गुजरा |
इनकी प्रारम्भिक शिक्षा St.Colombia School Delhi से हुई,इसके बाद इन्होने Doon School में अध्ययन किया,लेकिन 1981-1983 के बीच सुरक्षा कारणों से इन्हें घर में रहकर ही अध्ययन करना पड़ा | 1995 में Rollins and Cambridge university से degree प्राप्त कर Monitor Group के साथ 3 years तक काम किया, इस दौरान इनका वास्तविक परिचय किसी को पता नहीं था security के कारण इन्होने अपना नाम Raul Winsi बताया था जिस बात को लेकर बहुत दिनों तक controversy रही |
Rahul अपने पिता की ही तरह राजनीति से दूर रहना चाहते थे लेकिन 2004 में यह India वापस आये और अपनी बहन Priyanka और माँ Sonia के साथ मिलकर राजनीति में कदम रखा | इन्होने Amethi जो कि नेहरु-गाँधी परिवार का गढ़ है, वहां से election लड़ कर जीत हासिल की | इस तरह 2004 से Rahul ने भारत की राजनीति में कदम रखा |इसके बाद इन्होने हैदराबाद में काँग्रेस के अध्यक्ष का पद प्राप्त किया पर इन्होने 2009 में मंत्री पद को स्वीकार नहीं किया क्यूंकि इन्हें अनुभव की कमी महसूस हुई | जिसके बाद से आज तक उन्होंने देश के हर क्षेत्र में अपने ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास किया और अपने से बढ़ो के साथ मिलकर देश की गतिविधी को समझा और उचित फैसले लेने में पार्टी का साथ दिया |
इनकी विचार धारा है कि देश को साम्प्रदायिक लड़ाई से ऊपर उठाना बहुत जरुरी है देश प्रगति में यह सबसे बड़ी बाधा है | यह एक युवा नेता है जो देश को उसी दृष्टि से देखते है जिस तरह एक कर्मठ और शक्तिशाली युवान देखता है | प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने का सपना लिए यह देश के प्रधानमंत्री पद के दावेदार है |
Narendra Modi:
मोदी जी देश के बहुत ही साधारण परिवार में जन्मे और देश की मिट्टी में पले बड़े है,इनका जन्म 17 September 1950 में बाम्बे राज्य के महेसाना जिले में हुआ था | यह अपने पिता के साथ चाय का स्टाल चलाते थे | इनकी प्रारंभिक शिक्षा भी यही हुई जहाँ इन्हें एक average student कहा गया, लेकिन इन्हें वाद विवाद में रोकना ना मुमकिन था| देश के प्रति प्रेम इनके अंदर जन्म से था तभी 2nd world war में इन्होने army के लोगो की सेवा की और कम उम्र में ही RSS का हिस्सा बन गये | इन्होने हिन्दूस्वयं सेवक संघ में अपने आपको झोंक दिया और वही से देश की सेवा में आगे बढ़े| इन्होने Lal Krishan Aadwani के साथ देश का भ्रमण किया कई अहम् मुद्दे पर पार्टी को सलाह दी|2001 में केशुभाई पटेल के इस्तीफा देने के बाद इन्हें गुजरात का Chief Minister बनाया गया जिसके बाद आज तक वह गुजरात के chief minister है | इन्हें गुजरात में हुए विकास और जनता के प्रेम के कारण “विकास पुरुष” कहा जाता है | देश की राजनीति का इन्हें बहुत ज्ञान है| इन्होने भारत भूमि की तकलीफों को महसूस किया है, एक साधारण गरीब की दिक्कतों को जाना है, इसके बाद इन्होने एक राज्य को विकास के नए दौर में ले जाने का कठिन कार्य किया है |
यह नहीं है कि इन्हें सदैव प्रेम ही मिला, इन पर 2002 में हुए गोधरा कांड में शामिल होने के आरोप लगे, जिस कारण राजनैतिक दबाव के कारण इन्होने इस्तीफा दे दिया और गुजरात में राष्ट्रपति शासन लागु किया गया लेकिन election के result ने इन्हें फिर भारी बहुमत से जीत दिलाई | कोई पुख्ता सबूत न मिलने के कारण इन्हें दोषमुक्त किया गया | विरोधी दलों के अनुसार यह मुस्लिम विरोधी है पर इनके कार्यो के अनुसार इन्होने हमेशा गुजरात की प्रगति को सामने रखा, जिसमे कई बार इन्हें स्वयंसेवक संघ के विरोध में भी काम करना पड़ा ,लेकिन इन्होने कोई परवाह नहीं की |
गुजरात के विकास को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि देश के विकास में इनका दृष्टिकोण सफल हो सकता है | इसके साथ ही यह प्रभावी वक्ता भी है जो कि एक leader का विशेष गुण माना जाता है | इस तरह मोदी को कई वर्षो का राजनैतिक अनुभव के साथ सरल जीवन का भी अनुभव है | मोदी का अहम् मुद्दा देश का विकास है और देश को आतंकवाद मुक्त करना है |
Arvind Kejriwal:
विगत 2 वर्षों में बनी पार्टी आम आदमी “Aap” के नेता और Delhi के नव मनोनित Chief Minister Arvind Kejriwal का जन्म 16 August 1968 में हरियाणा के छोटे से village सिवनी में हुआ,इनके पिता electrical engineer है इनकी स्कूली शिक्षा Campus school, Hisar से हुई है|
1989 में Arvind Kejriwal ने IIT Khadakpur से Mechanical engineering में degree प्राप्त की| इन्हें हमेशा से देश की समस्याओ के लिए सोचना उनके लिए लड़ना पसंद था | इसके बाद उन्होंने 1989 में Tata Steel company join कर ली और जमशेदपुर चले गए| 1992 में सामाजिक कार्य करने की चाह में Tata group के head के पास जाकर उनके Social welfare department में काम करने की इच्छा जाहिर की, उनके मना करने पर Arvind जी ने Tata छोड़ दी और civil service की तैयारी करने लगे| उन्होंने civil service की exam एक attempt में clear की ,जिससे उन्हें IRS मिला था|
Jamshedpur में उन्होंने Mother Teresa का बहुत नाम सुना था तो उनके साथ काम करने की चाह में Arvind Kolkata चले गए| जब Arvind Mother Teresa से मिले और उनके साथ काम करने की इच्छा जताई तब Mother Teresa ने उन्हें कालीघाट आश्रम जाकर काम करने को कहा| वहां उन्होंने 2 महीने काम किया| Arvind कहते है Mother Teresa से मिलना उनकी life का turning point था| Arvind जी हमेशा से ही देश के लिए कुछ करना चाहते थे| जब college में उनके सभी साथी higher study के लिए foreign जा रहे थे,तब Arvind जी भी जा सकते थे,लेकिन देश के लिए कुछ कर दिखाने के जज्बे ने उन्हें देश से बाहर जाने नहीं दिया|
सन 1995 में Arvind जी ने आयकर विभाग में Joint Commissioner बन गए| Arvind जी ने यही से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग शुरू कर दी थी, सन 2000 में Arvind जी ने आयकर विभाग से 2 साल की leave ली| इस दौरान उन्होंने ‘परिवर्तन’ नामक NGO की स्थापना की| यह संस्था Dehli में आयकर एवं बिजली विभाग में सभी आम आदमी के काम free में करवाती थी| उन्होंने Delhi में इसके पर्चे बाटें थे जिसके तहत आयकर एवं बिजली विभाग में अगर कोई कर्मचारी रिश्वत मांगता है तब यह संस्था वह काम पूरा करने का बेड़ा उठाती थी जो कि मुफ्त में किया जाता था |तक़रीबन 800 लोगों का काम Arvind ने 1 साल के अंदर free में करवाया| Arvind कभी भी “परिवर्तन संस्था” का चेहरा नहीं रहे, वह हमेशा पीछे से काम करते थे| सामने दिखने वाले चेहरे Manish Sisodiya और अन्य लोगो के थे| सन 2003 में Arvind ने एक बार फिर आयकर विभाग join कर लिया और 18 महीने तक काम किया|
सन 2006 में Arvind ने आयकर विभाग से इस्तीफा दे दिया और पूरी तरह से “परिवर्तन संस्था” के साथ जुडकर काम करने लगे| सन 2006 में Arvind जी ने पुरे देश में RTI के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए एक आन्दोलन चलाया| RTI के through आम आदमी सरकार से उसके कामों को लेकर सवाल जवाब कर सकता है| हांलाकि इस शक्तिशाली उपकरण को आम आदमी तक पहुँचने में अभी समय लगेगा|
Arvind सन 2011 में Anna Hazare के साथ मिल कर जन लोकपाल Bill Pass कराने की लड़ाई लड़ी| Anna Hazare की अनुवाई में चले India Against Corruption (IAC) आन्दोलन में वह आमरण अनशन पर भी बैठे| इस तरह उन्होंने सब तरीके से सरकार के कामों को बदलना चाहा लेकिन जब उनके इन सब कामों से भी सरकार ने कुछ नहीं किया, तब Arvind ने सरकार को ही बदलना चाहा और राजनीति में आकर 2 अक्टूबर 2012 को स्वयं की राजनीति पार्टी ‘आम आदमी पार्टी’ का गठन कर दिया| इस Party के साथ उन्होंने 2013 में Delhi विधानसभा का election लड़ा| 15 साल से CM के पद पर विराजमान कांग्रेस की, Sheela Dixit को 8 के मुकाबले 28 सीट से हरा कर जीत हासिल की और 26 December को Arvind ने शपथ लेकर मुख्यमंत्री पद सम्भाला| इस तरह इन्होने आम आदमी से मुख्यमंत्री का सफ़र तय किया लेकिन वह देश की बागडौर सम्भाल पाने योग्य है या नहीं इसका अनुमान अभी नहीं लगाया जा सकता , पर कम समय में इस पद को हासिल कर अपने वादों को पूरा करने में जुट जाना भी इतना आसान नहीं है | अरविन्द का अहम् मुद्दा है भ्रष्ट्राचार मुक्त शासन |
अब वक्त ही बतायेगा कि कौन होगा अगला Prime Minister ?
देश को क्या चाहिए ?
• उद्योगों में वृद्धि, रोजगार की इच्छा, उच्च शिक्षा |
• पड़ोसी देश के आतंको से मुक्ति , देश में व्याप्त सांप्रदायिक झगड़ों से निज़ात या अपने ही देश में सुरक्षा |
• महंगाई से राहत |
• भष्ट्राचार से मुक्ति |
• बढ़ते हुए crime से छुटकारा |
ऐसे ही कई मुद्दे है, जिनसे आम आदमी रोज जूझता है | पर क्या इनमे से किसी एक मुद्दे को भी छोड़ना आसान है ? दो वक्त की रोटी जितनी जरुरी है उतनी ही जरूरी जिन्दगी की साँसे भी है उतनी ही जरुरी घर की माँ बेटी की आबरू भी है | शायद आज देश के हालात वहाँ जा पहुंचे है जहाँ से स्वतन्त्रता के बाद देश ने आगे बढ़ना शुरु किया था पर जब हालात देश की गुलामी के कारण थे पर आज हालात देश के लोभी नेताओं और corrupt कर्मियों की देन है |
खैर,फिलहाल देश का जागना जरुरी है|देश केवल नेताओ से नहीं बल्कि जनता से बना है जनता का फैसला ही देश को बदल सकता है इसलिए जरुरत है अपने votes का सही इस्तेमाल |
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