जॉब मार्केट में कॉम्पिटिशन काफी बढ रहा है। कंपनीज में डेली न जाने
कितने ही क्वॉलिफाइड लोगों के सीवी पहुंचते हैं। जाहिर है, सीवी की इस
भीड में आपकी सीवी स्पेशल न हो, तो बात बनते-बनते रह सकती है। क्योंकि
रेज्यूमे ही है, जिसकी वजह से इस क्राउड में आप नोटिस हो पाते हैं। अब
अगर आप भी ऐसी सीवी बनाना चाहते हैं, जिसे देखते ही एम्प्लॉयर इंप्रेस हो
जाए, तो बताते हैं आपको कुछ खास टिप्स, जिन्हें फॉलो करके आप पा सकते हैं
न्यू जॉब..
बताएं क्वॉलिटीज
कोई भी कंपनी जॉब देने से पहले देखती है कि वह आखिर आपको ले क्यों? इसके
लिए सीवी में बताना होगा कि आपके पास उस पोस्ट के लिए क्वॉलिटी क्या है?
अपनी क्वॉलिटी को पहले पहचानें, फिर दो या तीन सेंटेंस में उसे लिखें। आप
कंपनी की ग्रोथ में किस तरह हेल्पफुल हो सकते हैं, इसे डिस्क्राइब करना
भी जरूरी है। यहां इस बात का ध्यान रखें कि सीवी में वही लिखें जो आप कर
सकते हैं। आपकी क्वॉलिफिकेशन खुद बता देगी कि आप क्या कर सकते हैं।
अचीवमेंट्स करें हाईलाइट
सीवी में सबसे पहले उन अचीवमेंट्स को शामिल करें, जो दूसरी कंपनी में जॉब
के समय या स्टूडेंट लाइफ में हासिल कर चुके हैं। रेज्यूमे के पहले
पैराग्राफ में इनकी डिटेल होगी, तो एचआर पर्सन की नजर सबसे पहले इसी पर
पडेगी और इन्हें देखकर वह आपको इंटरव्यू या टेस्ट के लिए चूज कर लेगा।
ध्यान रखें, अचीवमेंट्स को बहुत डिटेल में लिखने की जरूरत नहीं है।
एक्सपीरियंस मैटर्स
ज्यादातर कंपनियां जॉब के लिए उन्हीं को प्रॉयरिटी देती हैं, जिनके पास
एक्सपीरियंस होता है। सीवी में अपने एक्सपीरियंस को एक सीरीज में लिखें।
अगर पॉसिबल हो, तो जिन कंपनियों में वर्क किया है, उनके नाम के साथ उनकी
डिवीजन का एड्रेस भी लिख दें। चाहें तो, इसमें अपने उस हेड का नाम भी
शामिल कर सकते हैं, जिसके गाइडेंस में आपने वहां वर्क किया है।
डिस्क्राइब पर्सनल प्रोजेक्ट
अधिकतर सीवी लगभग एक जैसे ही होते हैं। इसमें चेंज कैसे किया जाए, यह एक
बडा क्वैश्चन है। अगर आपने अपना कोई पर्सनल प्रोजेक्ट बनाया है, चाहे वह
किसी भी फील्ड से रिलेटेड हो, तो उसे सीवी में जरूर मेंशन करें। एचआर
डिपार्टमेंट को सीवी में नई चीज की तलाश रहती है। जिस प्रोजेक्ट को मेंशन
किया है, उसके बारे में इंटरव्यू के दौरान निश्चित ही आपसे कुछ न कुछ
जरूर पूछा जाएगा और अगर आपने अपने आंसर से इंटरव्यूवर को सेटिस्फाई कर
दिया, तो समझिए जॉब पक्की।
मेंशन करियर ग्रोथ
सीवी में एक पैरा में अलग से वर्क एक्सपीरियंस के दौरान अपनी ग्रोथ को
जरूर हाईलाइट करें। जब-जब आपको प्रमोशन मिला हो, आउट ऑफ टर्म इंक्रीमेंट
मिला हो, तो उसके बारे में कुछ न कुछ एक-दो लाइन में जरूर लिखें। इन
चीजों से पता चलता है कि वर्क को लेकर आप कितने सिंसियर रहते हैं।
कंपनियां लोगों को प्रमोशन उनके क्वॉलिटी वर्क के बेस पर ही देती हैं।
इसका बेनिफिट नई कंपनी में भी आपको मिलेगा। सीवी में इन चीजों का ध्यान
रखेंगे, तो जॉब मार्केट में जॉब के लिए ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी
पडेगी।
एक्सपर्ट ओपिनियन
रिज्यूमे में सबसे इंपॉर्टेट प्रोफेशनल एक्सपीरियंस और एजुकेशन होती है।
इन्हें सबसे पहले हाईलाइट करें। सीवी पूरी तरह प्रोफेशनल लैंग्वेज में हो
और उसमें किसी भी तरह की एरर नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह एक मार्केटिंग
टूल है। अगर आपने लाइफ में कुछ खास अचीवमेंट्स हासिल किए हैं, तो उन्हें
सीवी में हाईलाइट करना कभी न भूलें।
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