Monday, 31 March 2014

50 ऐसे सच जो हम अकसर भूल जाते है


कई बार जिंदगी के सफ़र में हम ऐसी जगहों पर अटक जाते है, जहाँ पर समझ नहीं आता की अब क्या करे? पर life के छोटे छोटे truths को अगर हम ध्यान में रखे तो हमे थोड़ी मदद मिल सकती है. पहले मैंने ये post में 100 truths लिखने की सोचा था. पर फिर इसे 50 तक ही सिमित रखा. अगर इस post को अच्छा response मिला तो यक़ीनन इसका अगला पार्ट भी जल्द ही post किया जायेगा.. अभी आप छोटे छोटे पर important truths के इस reminder पर नजर डालिये..
  1. ज्ञान का होना ही सबकुछ नहीं है. मायने तो तब होगे, जब आप उस ज्ञान को अपनी जिंदगी में उतारेंगे.
  2. आपको अच्छे ideas तब तक नहीं मिलेंगे, जब तक आप कुछ बुरे ideas पर काम नहीं करते.
  3. एक बढ़िया idea होने के बावजूद यदि आप उस पर काम नहीं करते. उस पर कोई एक्शन नहीं लेते. तो उसकी कोई value नहीं है.
  4. आप दूसरे लोगों को बदल नहीं सकते. आप उन्हें केवल advise दे सकते है. और ख़ुद को सही दिशा में ले जाकर एक उदाहरण पेश कर सकते है.
  5. इस वक़्त ऐसी बहुत सी बातें है जिसका ज्ञान हमे नहीं है. पर हम हर समय कुछ न कुछ सीख सकते है.
  6. आपकी प्रगति तब होगी जब आप अपने comfort zone से बाहर जायेंगे. और दुनिया के नयी मुश्किलों का सामना करेंगे. तभी आप बढ़ेंगे.
  7. जब आप चिंता करने में अपना समय व्यतीत कर देते है. तो उस समय आप actually उन चीजों के बारे में सोचकर अपना समय बर्बाद कर रहे है. जिन्हें आप नहीं चाहते.
  8. बहुत सारी ऐसी बातें जिनके बारे में आप चिंता करते है, कभी होगी ही नहीं. और बहुत सारी बातें जो कभी आपके मन में आती ही नहीं, वो हो जाती है. इसलिए आप बस अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रहिये. जो भी अच्छा बुरा है वो तो होगा ही.
  9. कुछ स्तिथिया हमारे control के बाहर होती है. पर हम उस problem के समय कैसे react करते है ये हमारे बस में है. मुश्किल समय में calm रहिये.
  10. जो केवल शिकायते ही करते है, कभी खुद कुछ हासिल नहीं कर पाते.
  11. जब भी आपको कोई कहे की “तुम ये नहीं कर सकते”, याद रखिये की वो ऐसा इसलिए बोल रहे है क्योंकि वो खुद उसे करने में असक्षम है. आपकी काबिलियत वो नहीं जानते.
  12. आपकी life में अभी जितनी भी problem है, वो अब आपकी ज़िम्मेदारी है. कोई फर्क नहीं पड़ता की उसकी जड़ क्या थी, या किसने शुरुआत की. आपकी जिंदगी से उस problem को केवल आप ही हटा सकते है.
  13. Opportunities ढूंड लेना कोई बड़ी बात नहीं है, वो कोई भी कर सकता है. बड़ी बात है, opportunity खुद के लिए बनाना.
  14. अगर आपके पास एक प्लान है, चाहे वो perfect न हो. तो भी आप बहुत अच्छी स्तिथि में है. आप आगे गलतियों से सीखकर उस प्लान को बेहतर बना सकते है.
  15. जो काम आपको कल पूरा करना है, उसकी beginning आप आज से ही कर दीजिये.
  16. अगर आप perfect conditions, ideas और perfect plans के इंतज़ार में बैठे है. की जब वो मिले तब कुछ करेंगे. तो यकीन मानिए आप कभी कुछ नहीं कर पायेंगे.
  17. कुछ कार्य करना और उसमे fail हो जाना, कुछ भी न करने से better है.
  18. जिस चीज़ से आप भाग रहे है, उससे आप कभी जीत नहीं सकते. जितने के लिए आपको उसे फेस करना पड़ेगा.
  19. अगर आप वही करते रहेंगे जो आप अभी तक करते रहे है, तो आपको वही मिलेगा जो आपको अभी तक मिलता आ रहा है.
  20. आप जितनी मेहनत करेगे, उतने भाग्यवान बनते जायेगे.
  21. कई सारे successful लोग जितनी बार सफल हुए है, उससे कई ज्यादा बार fail हुए है.
  22. failure से आपको वो ज्ञान मिलता है जो आपको अगली चुनौती को पूरा करने में help करता  है.
  23. सफ़लता तो एक यात्रा है, जिसमे आप कई बार असफ़लता से होकर गुज़रते है.
  24. सफ़लता का अर्थ ये नहीं है की आपको दूसरों से ऊपर उठाना है, इसका अर्थ है आपको खुद की क्षमता को ऊपर उठाना है.
  25. आप ख़ुश रहने के पुरे अधिकारी है. पर इस अधिकार को उपयोग में भी केवल आप ही ला सकते है. इसका meaning की आपको खुश रहना है या नहीं ये सिर्फ आप पर depend करता है.
  26. हम जिन भी लोगों से मिलते है. वो किसी न किसी चीज़ में हमसे बेहतर होते है. जो कार्य वो बख़ूबी कर सकते है जरुरी नहीं की हम भी वो कर ही ले. हमे हमारी strengths पर focus करना चाहिए.
  27. अगर आपको आपकी life पसंद नहीं है, तो समय आ गया है की आप इसे change करे.
  28. ‘Risk free’ जैसा कुछ नहीं होता. अगर कुछ बड़ा हासिल करना है तो risk लेना ही पड़ता है.
  29. आप चाहे जितने भी smart हो. आप गलतियाँ करेगे ही. और इससे आप बेहतर ही बनेगे.
  30. Confusion, कोई बुरी चीज़ नहीं है. इसका मतलब है. आप प्रगति कर रहे है और सोच रहे है.
  31. Money आपकी जिंदगी आसन बना सकती है, अगर ये पूर्णः आपकी हो.
  32. अगर आप कुछ बड़ा achieve करने की सोच रहे है, तो आपकी life आसन नहीं होगी.
  33. हम थोड़ी देर की उदासी में कई बार permanent damage कर बैठते है.
  34. जब आप कामयाब होते है, तो आपके दोस्त जानते है की आप कौन है. पर जब आप struggle कर रहे होते है तो आप जानते है की आपके दोस्त कौन है.
  35. जब आपसे कोई प्यार करता है, तो उन्हें एक शब्द कहने की जरुरत नहीं पड़ेगी. समय के अंतराल पर आपको खुद इस बात की पुष्टि हो जायेगी.
  36. हम कभी दोस्तों को खोते नहीं है. हम बस ये समझ जाते है की हमारे सच्चे दोस्त कौन है.
  37. अगर कोई एक व्यक्ति आपकी परवाह नहीं करता, तो इसका मतलब ये नहीं है की आप उन सभी को नजरंदाज़ कर दे जो आपकी परवाह करते है.
  38.  Blood relationships ही family नहीं होती. हमारी जिंदगी में ऐसे कई लोग होते है जो हमे हमेशा खुश रखना चाहते है. जो हमसे प्यार करते है. और हमारी कामयाबी की तम्मना रखते है. वो भी परिवार है.
  39. Good looks आँखों को attract करते है. और अच्छी personality, अच्छा व्यवहार दिल को छू जाता है.
  40. रिश्तों में फ़ासले kilometre से तय नहीं होते. ये तो प्यार से तय होते है. दो लोग बहुत करीब होने के बावजूद कोसो दूर हो सकते है और दो लोगों कोसो दूर होने पर भी करीब.
  41. बुरे साथियो से बेहतर है अकेले रहना.
  42. जब आप ग़लत चीजों के पीछे भागना छोड़ देगे. तो अच्छी चीज़े आपको अपने आप ही पकड़ लेगी.
  43. जिंदगी में आपको वही मिलता है जो आप देते है. प्यार चाहिए तो प्यार दीजिये, friends चाहिए तो friendly रहिये, अगर पैसे चाहिए तो value दीजिये.
  44. सभी लोग मरते है. कुछ जल्दी तो कुछ देर से. कुछ लोगों की death unexpected होती है.  पर ये सभी हमारे लिए signal होते है, की हमारे पास कितना समय बचा है नहीं पता. पर जितना भी बचा है. उसे utilise करें.
  45. जिंदगी का कडवा सत्य ये है की: बुरी चीज़े अच्छे लोगों के साथ ही होती है.
  46. हमसे मिलने वाला कोई भी व्यक्ति ordinary नहीं होता. यदि आप उन्हें एक चांस दे, तो सभी में कुछ amazing talent होता है.
  47. सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति की एक कहानी है. उन सभी में कठिनाईयां है. इसलिए आप किसी को भी judge मत कीजिये. आपको नहीं पता की वो किस घडी से गुज़र रहा हो.
  48. आप चाहे जितनी भी mistakes करें, या चाहे जितनी slow progress करे. पर आप फिर भी उन सभी लोगों से आगे है जो कोशिश भी नहीं कर रहे है.
  49. किसी एक व्यक्ति की चेहरे पर मुस्कान लाना, दुनिया बदल सकता है. शायद पूरी दुनिया नहीं, पर उस व्यक्ति की दुनिया को better बना सकता है.
  50. जिंदगी उन लोगों के लिए better होती जाती है, जो बुरे समय में उसे better बनाने के लिए अपना सारा दम लगा देते है.
  51. जिंदगी छोटी है. बहुत छोटी है. अगर ऐसे समय की तलाश में हो जब अपने passion को follow करोगे और ऐसा कुछ करोगे जो तुम्हारे लिए मायने रखता है. तो वो समय अभी है. वो moment अभी है.

आपको ये post कैसे लगी हमे comments में जरुर बताये. क्या आप इस post का second part पढ़ना चाहेंगे?
हमसे sanjaykumarakela.akela@gmail.com पर या फिर contact page पर संपर्क साध सकते है.
sakar

Thursday, 27 March 2014

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon


Gopal Das ‘Neeraj’ ji ki kavita

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

Hain phoon rokte, kaante mujhe chalaate,
Maroosthal, pahaad chalne ki chaah badhaate,
Sach kehta hoon mushkimein na jab hoti hai,
Mere pag tab chalne mein bhi sharmaate,
Mere sang chalne lage hawaayein jisse,
Tum path ke kan-kan ko toofan karo |

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

Angaar adhar pe dhar main muskaaya hoon,
Main marghat se zindagi bula laaya hoon,
Hoon aankh-michouni khel chula kismat se,
Sau baar mrityu ke gale choom aaya hoon,
Hai nahin mujhe sweekar dayaa apni bhi,
Tum mat mujh par koi ehsaan karo |

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

Sram ke jal se hi raah sadaa sinchti hai,
Gati ki mashaal aandhi mein hi hansti hai,
Shoolon se hi shringaar pathik ka hota,
Manzil ki maang lahu se ho sajti hai,
Pag mein gati aati hai chhaale chhilne se,
Tum pag pag par jalti chattaan dharo |

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

Phoolon se mag aasaan nahin hota hai,
Rukne se pag gatiwaan nahin hota hai,
Avrodh nahin to sambhav nahin pragati bhi,
Hai naash jahan nirmaan wahin hota hai,
Main basaa sakoon nav swarg dharaa par jisse,
Tum meri har basti veeran karo |

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

Main panthi toofanon mein raah banaata,
Meri duniya se keval itna naata -
Veh mujhe rokti hai avrodh bicchakar,
Main thokar use lagaakar badhta jaata,
Main thukraa sakoon tumhe bhi hanskar jisse,
Tum mera man-maanas paashaaN karo |

Main toofanon mein chalne ka aadi hoon
Tum mat meri manzil aasaan karo !

क्यों बचें Facebook से ? 7 reasons.

Facebook Over-use
Facebook (Fb) world  की  दूसरी   सबसे  ज्यादा  visit की  जाने  वाली  site है …(पहली  Google है ).


इसे  बनाने  वाले  दुनिया  के  youngest billionaire  Mark Zukerberg ने  भी  कभी  नहीं  सोचा  था  की  ये  इतनी  जल्दी  इतनी  popular हो  जाएगी . In fact ,  अगर   आप  Fb पे  नहीं  हैं  तो  लोग  आपको  आश्चर्य  से  देखते  हैं . ..” Fb पे  नहीं  है ………….जी कैसे रहा है  …… :) !!!” and all that.

आज  Fb   पे  1 billion+ registered user हैं, यानि दुनिया का हर सातवाँ आदमी Fb  पे है  and in all probability आप  भी  उन्ही में से एक होंगे . और  शौक  से  Fb use करते  होंगे . पर  जो  सोचने  की  बात  है  वो  ये कि  क्या  आप  Fb use करते  ; overuse  करते हैं …या  फिर  कहीं  आप  इसके  addict तो  नहीं  !

Let’s say use करने  का  मतलब  है  कि  आप  Fb पर  daily  1 घंटे  से  कम  समय  देते  हैं  , और  overuse करने  का  मतलब  है  1 घंटे  से  ज्यादा .  और  हाँ , use करने  से  बस  ये  मतलब  नहीं  है  कि  आप  physically system के  सामने  या अपने  smart phone  को हाथ में लेकर  use करते  हैं  even अगर  आप  Fb के  बारे  में  सोचते  हैं  तो  वो  भी  time usage में  count  होगा  after all वो  उतने  देर  के  लिए  आपका  mind space occupy कर  रहा  है .

और  अगर  आप  सोच  रहे  हैं  कि  कहीं  मैं  addict तो  नहीं  हूँ  तो  इन  traits को  देखिये  , अगर  ये  आपमें  हैं  तो  आप  addict हो  सकते  हैं :

   * आप का दिमाग अकसर इसी बात में लगा रहता है कि आपकी पोस्ट की गयी चीजों पर क्या कमेंट आया होगा, कितने लोगों ने लाइक किया होगा.
    *आप बिना मतलब बार-बार फेसबुक स्क्रीन रिफ्रेश करते हैं कि कुछ नया दिख जाए.
   * अगर थोड़ी देर आपका internet नहीं चला तो आप updates चेक करने  साइबर कैफे  चले  जाते हैं या दोस्त को फ़ोन करके पूछते हैं.
   * आप टॉयलेट में भी मोबाइल या लैपटॉप लेकर जाते हैं कि Fb use कर सकें
  *  आप सोने जाने से पहले सभी को Good Night  करते हैं और सुबह उठ कर सबसे पहले ये देखते हैं की आपकी गुड नाईट पर क्या reactions आये.

अब मैं आपको अपने  usage  के  बारे  में   बताता  हूँ , on an average मैं  daily 10 minutes से  भी  कम   Fb use करता  हूँ  including Fb के  बारे  में  सोचने  का  time.  हाँ,  इसे  आप  under usage भी  कह  सकते  हैं .  :) In my opinion ideally Fb आधे  घंटे  से  अधिक  नहीं  use करना  चाहिए  पर  फिर  भी  मैंने  over usage को  1 घंटे  से  ऊपर  रखा  है .

और  अब  आपकी  बात  करते  हैं , आप  कितनी  देर  Fb use करते  हैं ?

Well, अगर  ये daily  1/2 घंटे  से  अधिक  है  तो  आप  अपना  time waste कर  रहे हैं , unless until आप purposefully ऐसा  कर  रहे  हैं . Purposefully  means आप  अपना बिज़नस प्रमोट कर रहे हैं, किसी social cause के लिए campaign चला रहे हैं या कोई और meaningful  काम कर रहे हैं , इन cases  में अपना टाइम देना worth  है .

किस  तरह  के  लोग  Fb ज़रुरत  से  अधिक  use करते  हैं :

In my opinion :

• जिनके  पास  कोई  meaningful goal   नहीं  है …… the wanderers

• जो  लोगोंका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं  करना  चाहते  हैं ….the attention seekers.

• जो  अपनी  life से  अधिक  दूसरों  की  life में  interest रखते  हैं …..the peepers

 क्या नुकसान कर सकता है Facebook का over usage  ?

इसकी लिस्ट तो बहुत लम्बी है लेकिन आज मैं आपके साथ 7 ऐसे  points share कर रहा हूँ , तो आइये देखते हैं इन्हें :

1)  आप  unknowingly अपनी  happiness का  control दूसरों  को  दे  देते  हैं ?

कैसे ? दरअसल  अब  आपकी  happiness इस  बात  पर  depend करने  लगती है कि  Fb पे  आपकी  बातों , आपकी  pics को  कितने  लोग  like कर  रहे  हैं , कितने  लोग  उसपर  comments कर  रहे  हैं …कैसे  comments कर  रहे  हैं …etc.  For instance आपने  एक  नई  watch ली  और  उसकी  photo post की …obviously आपको  watch बहुत  पसंद  थी  इसलिए  आपने  ली …पर  जब  Fb पे  उसे  अधिक  लोग  like नहीं  करते  और  कोई  उसका  मज़ाक  बना  देता  है  तो  आप  दुखी  हो  जाते  हैं .  और  उसका  उल्टा  भी  सही  है …आप  को  कोई  चीज  पसंद   नहीं  है  पर  बाकी  लोग  उसको  अच्छा   कह  देते  हैं  तो  आप  खुश  हो  जाते  हैं …so in a way आप  अपनी  happiness का  control अपने  Fb friends को  दे  देते  हैं . मैं  ये  नहीं  कहता  कि  ये  सभी  के  साथ  होता  है  पर  इतना  ज़रूर  है  कि  हम  कहीं  न  कहीं  इन  चीजों  से  affect होते  हैं .

And  over a long period of time ये छोटे छोटे इफेक्ट्स बड़े होते जाते हैं और हमें पता भी नहीं चलता कि हम अपना real self कहाँ छोड़ आये.

2) आपको  दूसरों   की  blessings और  अपनी  shortcomings दिखाई  देने  लगती  है ?

Fb पर लोग  generally अपनी  life की  अच्छी  अच्छी   बातें  ही  share करते  हैं …लोग  अपने  साथ  हो  रही  अच्छी  चीजें   बताते  हैं  , उनके  status कुछ  ऐसे  होते  हैं  “ My new machine” , “ Lost in London”..etc

In reality आप  भी ऐसा  ही  करते  हैं , पर  अन्दर  ही  अन्दर  आप  अपनी  असलीयत  भी  जानते  हैं , पर  दूसरों  के  case में  आप  वही  देखते  हैं  जो  वो  आपको  दिखाते  हैं , आपको  उनकी  नई car नज़र  आती  है  पर  उसके  साथ  आने  वाला  EMI नहीं , आपको  friend का  swanky office तो  दीखता  है  पर  उसके  साथ  मिलने  वाली  tension नहीं . और  ऐसा  होने  पर  आप  उनकी  खुशियों  को  अपने  ग़मों  से  compare करने  लगते  हैं  और  ultimately low feel करने  लगते  हैं .

Fb की  वजह  से  depression में  जाने  वालों  की  संख्या  दिन ब दिन  बढती  जा  रही  है , just beware कि  आप भी  इसके  शिकार  न  हो   जाएं .

3) Real Friends और  relationships suffer करते  हैं :

कई  बार  लोग  बहुत  proudly बताते  हैं  , “ Fb पे  मेरे  500 friends हैं …” I am sure उनमे  से  आधे  अगर  सामने  से  गुजर  जाएं  तो  वो  उन्हें  पहचान  भी  नहीं पायंगे . हकीकत में  Fb पे  हमारे  friends कम  और  acquaintances ज्यादा  होते  हैं . खैर  ये  कोई  खराब  बात  नहीं  है …लेकिन  अगर  हम  इन  more or less fake relations को  ज़रुरत  से  अधिक  time देते  हैं  तो  कहीं  न  कहीं  हमें   अपनी  family और  friends को  जो  time देना  चाहिए  उससे  compromise करते  हैं . I know हमारे  close friends और  relations भी  Fb पे होते  हैं , but  frankly speaking Fb पर  वो  भी  हमारे  लिए  आम  लोगों की  तरह  हो  जाते  हैं , क्योंकि   Fb तो  एक  भीड़  की  तरह  है …और  भीड़  का  कोई  चेहरा  नहीं  होता ….जो  सामने  पड़ा …like किया  , comment दिया  और  आगे  बढ़  गए ….individuals को  attention देना  ये  Fb की आत्मा  में  ही  नहीं  है .

4) आप  mainly addicts से  communicate करने  लगते  हैं :

शायद  आपने  Pareto principle के  बारे  में  सुना  होगा  …इस  principle का  कहना  है  कि  80% चीजों  के  लिए  20% चीजें  जिम्मेदार  होती  हैं .

For  eg. किसी  company की  80 % sales 20% customers की  वजह  से  होती  है .

ऐसा  ही  कुछ  Fb पे  भी  होता  है …80% updates 20% लोगों  द्वारा  ही  की  जाती  है …और  आप  बार  बार  उन्ही  से  linkup होते  रहते  हैं …and basically ये  वही  Addict kind of लोग  होते  हैं  जो  बस  Fb से  चिपके   ही  रहते  हैं . और  ऐसे   लोगों   से  interact करना  शायद  ही  कभी  आपको  काम  की  चीजें  बता  पाएं . ये  mostly waste of time ही  होता  हैं .

5)  आपको  Socially active  होने  का  भ्रम  हो  जाता  है  और  reality इसके  उलट  होती  है :
Facebook पे  होने  से  कई  लोग  खुद  को  socially active समझने  लगते  हैं , और  friends को  hi -bye कर  के  अपना  role पूरा  समझ  लेते  हैं . धीरे -धीरे  ये   बिलकुल  mechanical हो  जाता  है …आप  Fb पे  तो  hi करते  हैं  लेकिन  जब  उसी  दोस्त  से  college या  office में  मिलते  हैं  तो  react भी  नहीं  करते …it is like आपकी online presence मायने रखती हो पर आपका खुद का मौजूद होना बेमानी हो .

और  जब  आप  ऐसे  behave करते  हैं  तो  लोग  आपको  avoid करने  लगते  हैं  और  कहीं  न  कहीं  आपको  fake समझने  लगते  हैं . यानि  आपको  तो  लगता  है  कि  आप  सबसे  touch में  हैं  पर  इसके  उलट  आप  अपना  touch खोते  जाते  हैं .

6) आपकी  health पर  बुरा  असर  पड़ता  है :

Fb पर  लगे  रहने  से  आपको  फिजिकल और मेंटल दोनों तरह की प्रॉब्लम हो सकती हैं. आपकी आँखें कमजोर पड़ सकती हैं, गलत posture में बैठने से आपको स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है . और डिप्रेशन में जाने का खतरा तो हमेशा ही बना रहता है.

7) आप  अपनी  life के  सबसे  energetic days lazy entertainment में लगा  देते  हैं :

Fb use करने  वालों  की  demography देखी जाए  तो  इसे  सबसे  अधिक  teens और  twenties के  young लोग use करते  हैं . अगर आप इस age group से बाहर हैं तो ये point आपके लिए applicable नहीं है.

Teenage और twenties  life का  वो   time होता  है  जब  आपके  अन्दर  energy की  कोई  कमी  नहीं  होती …कभी  सोचा  है  कि  इस  वक्त  भगवान्  आपको  सबसे  अधिक  energy क्यों  देते  है ….क्योंकि   ये हमारे  life making years होते  हैं ….इस  समय  आपके  सामने  करने  को  बहुत  कुछ  होता  है …..पढाई  का  बोझ  या  घर  की  जिम्मेदारी  उठाने  का  challenge…अपना  career chose करने  और  competition beat करने  की  कशमकश …अपने  दिल  कि सुनकर  कुछ  कर गुजरने  की  चाहत  …parents के  सामने  हाथ  फैलाने  की  जगह  उनका  हाथ  थामने   कि  जिद्द …और  ये  सब  करने  के  लिए  उर्जा  चाहिए  …energy चाहिए ; but unfortunately Fb का  over usage करने  वाले  उसे  गलत  जगह  invest करते  हैं . जहाँ  उनके  पास  करने  को  इतने  ज़रूरी  काम  हैं  वो  एक  कोने  में  बैठ  कर  , and in ,most of the cases लेट  कर …अपनी  life के  ये  energetic days एकदम  unproductive चीज  में  लगा  देते  हैं .

Friends अंत  में  मैं  यही  कहना चाहूँगा  कि  Fb एक  शोर -शाराबे  से  भरे  mall की  तरह  है …यहाँ  थोडा वक़्त बीतायेंगे  तो  अच्छा   लगेगा लेकिन  अगर  वहीँ  घर  बना  कर  रहने  लगेंगे  तो  आपकी  ज़िन्दगी  औरों  की  आवाज़  के  शोर  में  बहरी  हो  जाएगी . उसे  बहरा  मत  होने  दीजिये ….अपना  time अपनी  energy कुछ  बड़ा  , कुछ  valuable , कुछ  शानदार  करने  में  लगाइए  और  जब  आप  ऐसा  करेंगे  तो  आपके  इस  काम  को  सिर्फ  आपके  friends ही  नही  बल्कि  पूरी  दुनिया  Like करेगी , और  ऊपर  वाला comment देगा , “gr8 job my son”

All the best!

Self-confidence बढाने के 10 तरीके

इस  बात  से  कोई  इनकार  नहीं  कर  सकता की  जीवन  में  सफलता  पाने  के  लिए  self-confidence एक  बेहद  important quality है . जीवन  में  किसी मुकाम  पर  पहुंच  चुके  हर  एक  व्यक्ति  में  आपको    ये quality दिख  जाएगी , फिर  चाहे  वो  कोई  film-star हो  , कोई  cricketer, आपके  पड़ोस  का  कोई  व्यक्ति , या  आपको  पढ़ाने  वाला  शिक्षक  . आत्मविश्वास एक  ऐसा गुण है जो हर  किसी  में होता है , किसी  में  कम  तो किसी  में  ज्यादा . पर  ज़रुरत  इस बात की है  कि  अपने  present level of confidence को  बढ़ा  कर  एक  नए  और  बेहतर  level तक  ले  जाया  जाये . और  आज   Knowledge sakar पर  मैं  आपके  साथ  कुछ  ऐसी  ही  बातें  share करूँगा  जो  आपके  आत्म-विश्वास  को बढाने में मददगार  हो  सकती हैं :

1)  Dressing sense improve कीजिये :

आप  किस  तरह  से  dress-up होते  हैं  इसका  असर  आपके  confidence पर  पड़ता  है . ये  बता  दूँ  कि  यहाँ  मैं  अपने  जैसे आम लोगों  की  बात  कर  रहा  हूँ , Swami Vivekanand और  Mahatma Gandhi जैसे  महापुरुषों  का  इससे  कोई  लेना  देना  नहीं  है , और  यदि  आप  इस  category में  आते  हैं  तो  आपका  भी :).

 मैंने  खुद  इस  बात  को  feel किया  है  , जब  मैं  अपनी  best attire में  होता  हूँ  तो  automatically मेरा  confidence बढ़  जाता  है , इसीलिए  जब  कभी  कोई  presentation या  interview होता  है  तो  मैं  बहुत  अच्छे  से  तैयार  होता  हूँ . दरअसल  अच्छा  दिखना  आपको  लोगों  को  face करने  का  confidence देता  है  और  उसके  उलट  poorly dress up होने  पे  आप  बहुत conscious रहते  हैं .

मैंने  कहीं  एक  line पढ़ी  थी  ,” आप  कपड़ों  पे  जितना  खर्च  करते  हैं  उतना  ही  करें , लेकिन  जितनी  कपडे  खरीदते  हैं  उसके  आधे  ही खरीदें ” . आप भी इसे अपना सकते हैं.

2)  वो  करिए   जो  confident लोग  करते  हैं :

आपके  आस -पास  ऐसे  लोग  ज़रूर  दिखेंगे  जिन्हें  देखकर  आपको  लगता  होगा  कि  ये व्यक्ति  बहुत  confident है . आप  ऐसे  लोगों  को  ध्यान  से  देखिये  और  उनकी  कुछ  activities को  अपनी  life में  include करिए . For example:

•             Front seat पर  बैठिये .

•             Class में , seminars में , और  अन्य  मौके  पर  Questions पूछिए / Answers दीजिये

•             अपने चलने और बैठने के ढंग पर ध्यान दीजिये

•             दबी  हुई  आवाज़  में  मत  बोलिए .

•             Eye contact कीजिये , नज़रे  मत  चुराइए .

3)  किसी  एक   चीज  में  अधिकतर  लोगों  से  बेहतर   बनिए :

हर  कोई  हर  field में  expert नहीं  बन सकता  है , लेकिन  वो  अपने  interest के  हिसाब  से  एक -दो  areas चुन  सकता  है  जिसमे  वो  औरों  से  बेहतर  बन  सकता  है . जब  मैं   School में  था  तो  बहुत  से  students मुझसे  पढाई  और  अन्य  चीजों  में  अच्छे  थे , पर  मैं  Geometry  में  class में  सबसे  अच्छा  था (thanks to Papa :)), और  इसी  वजह  से  मैं  बहुत  confident feel करता  था .  अगर  आप  किसी  एक  चीज  में  महारथ  हांसिल  कर  लेंगे  तो  वो  आपको  in-general confident बना  देगा . बस  आपको  अपने  interest के  हिसाब  से  कोई  चीज  चुननी  होगी  और  उसमे  अपने  circle में  best बनना  होगा , आपका  circle आप पर  depend करता  है , वो  आपका  school,college, आपकी  colony या  आपका  शहर  हो  सकता  है .

आप  कोई  भी  field चुन  सकते  हैं  , वो कोई  art हो  सकती  है , music, dancing,etc कोई  खेल  हो  सकता  है , कोई  subject हो  सकता  है  या  कुछ  और जिसमे आपकी expertise  आपको  भीड़  से  अलग  कर  सके  और आपकी  एक  special जगह  बना  सके . ये  इतना  मुश्किल  नहीं  है , आप  already किसी  ना  किसी  चीज  में  बहुतों  से  बेहतर  होंगे , बस  थोडा  और  मेहनत  कर  के  उसमे  expert बन  जाइये , इसमें  थोडा  वक़्त   तो  लगेगा ,  लेकिन  जब  आप  ये  कर  लेंगे  तो  सभी  आपकी  respect करेंगे  और  आप  कहीं  अधिक  confident feel करेंगे .

और  जो  व्यक्ति  किसी  क्षेत्र  में  special बन  जाता है  उसे  और  क्षेत्रों  में  कम   knowledge होने की चिंता  नहीं होती , आप  ही  सोचिये  क्या  कभी सचिन  तेंदुलकर इस  बात  से  परेशान  होते  होंगे  कि  उन्होंने  ज्यादा  पढाई  नहीं  की ….कभी  नहीं !

 4)  अपने  achievements  को  याद  करिए  :

आपकी  past achievements आपको  confident feel करने  में  help करेंगी . ये  छोटी -बड़ी  कोई  भी  achievements हो  सकती  हैं . For example: आप  कभी  class में  first आये  हों , किसी  subject में school top किया  हो , singing completion या  sports में  कोई  जीत  हांसिल  की हो ,  कोई  बड़ा  target achieve किया  हो , employee of the month रहे  हों . कोई  भी  ऐसी  चीज  जो  आपको  अच्छा  feel कराये .

आप  इन  achievements को dairy में  लिख  सकते  हैं , और  इन्हें  कभी  भी  देख  सकते  हैं , ख़ास  तौर  पे  तब  जब  आप  अपना  confidence boost करना  चाहते  हैं .इससे  भी  अच्छा  तरीका  है  कि  आप  इन  achievements से  related कुछ  images अपने  दिमाग  में  बना  लें  और  उन्हें  जोड़कर  एक  छोटी  सी  movie बना  लें  और  समय  समय  पर  इस  अपने  दिमाग  में  play करते  रहे . Definitely ये  आपके  confidence को  boost करने  में मदद  करेगा .

5) Visualize करिए  कि  आप  confident हैं :

आपकी  प्रबल  सोच  हकीकतबनने  का  रास्ता  खोज  लेती  है , इसलिए  आप  हर  रोज़  खुद  को  एक   confident person के  रूप  में  सोचिये . आप  कोई  भी  कल्पना  कर  सकते  हैं , जैसे  कि  आप  किसी  stage पर  खड़े  होकर  हजारों  लोगों  के  सामने  कोई  भाषण  दे  रहे  हैं , या  किसी  seminar haal में  कोई  शानदार  presentation दे  रहे  हैं , और  सभी  लोग  आपसे  काफी  प्रभावित  हैं , आपकी  हर  तरफ  तारीफ  हो  रही  है  और  लोग  तालियाँ  बजा  कर  आपका  अभिवादन  कर  रहे  हैं . Albert Einstein ने  भी  imagination को  knowledge से अधिक  powerful बताया  है ; और  आप  इस  power का  use कर  के  बड़े  से  बड़ा  काम  कर  सकते  हैं .

6) गलतियाँ   करने  से  मत  डरिये:

क्या  आप  ऐसे  किसी  व्यक्ति  को  जानते  हो  जिसने  कभी  गलती  ना  की  हो ? नहीं  जानते  होंगे , क्योंकि  गलतियाँ  करना  मनुष्य  का  स्वभाव  है , और  मैं  कहूँगा  कि  जन्मसिद्ध  अधिकार  भी . आप  अपने  इस  अधिकार  का  प्रयोग  करिए . गलती  करना  गलत  नहीं  है ,उसे  दोहराना  गलत  है . जब  तक  आप  एक  ही  गलती  बार -बार  नहीं  दोहराते  तब  तक  दरअसल  आप  गलती  करते  ही  नहीं  आप  तो  एक  प्रयास  करते  हैं  और  इससे  होने  वाले  experience से  कुछ  ना  कुछ  सीखते  हैं .

दोस्तों  कई  बार  हमारे  अन्दर  वो  सब  कुछ  होता  है  जो  हमें  किसी काम  को  करने  के  लिए  होना  चाहिए , पर  फिर  भी  failure के डर से  हम  confidently उस  काम  को  नहीं  कर  पाते .  आप  गलतियों  के  डर  से  डरिये  मत , डरना  तो उन्हें चाहिए जिनमे इस भय के कारण  प्रयास  करने  की  भी  हिम्मत  ना  हो !! आप  जितने  भी  सफल  लोगों  का  इतिहास  उठा  कर  देख  लीजिये  उनकी  सफलता  की  चका-चौंध  में  बहुत  सारी  असफलताएं  भी  छुपी  होंगी .

Michel Jordan, जो  दुनिया  के  अब  तक  के  सर्वश्रेष्ठ basketball player माने   जाते  हैं; उनका  कहना  भी  है  कि  , “मैं अपनी जिंदगी में बार-बार असफल हुआ हूँ और इसीलिए मैं सफल होता हूँ.”

आप  कुछ   करने  से  हिचकिचाइए  मत  चाहे  वो  खड़े  हो  कर कोई सवाल करना हो , या  फिर  कई  लोगों  के  सामने  अपनी  बात   रखनी  हो , आपकी  जरा  सी  हिम्मत  आपके  आत्मविश्वास  को  कई  गुना  बढ़ा  सकती  है . सचमुच डर के आगे जीत है!

7)  Low confidence के  लिए  अंग्रेजी  ना  जानने  का  excuse मत  दीजिये :

हमारे  देश  में  अंग्रेजी  का वर्चस्व  है . मैं  भी  अंग्रेजी  का ज्ञान  आवश्यक  मानता  हूँ ,पर  सिर्फ  इसलिए  क्योंकि  इसके  ज्ञान  से  आप  कई  अच्छी  पुस्तकें , ब्लॉग  , etc पढ़  सकते  हैं , आप  एक  से  बढ़कर  एक  programs, movies, इत्यादि  देख  सकते  हैं . पर  क्या  इस  भाषा  का  ज्ञान  confident होने  के  लिए  आवश्यक  है , नहीं .  English जानना  आपको  और  भी  confident बना  सकता  है  पर  ये  confident होने  के  लिए  ज़रूरी  नहीं  है . किसी  भी  भाषा  का  मकसद  शब्दों  में  अपने  विचारों   को  व्यक्त   करना  होता  है , और  अगर  आप  यही  काम  किसी  और  भाषा  में  कर  सकते  हैं  तो आपके लिए अंग्रेजी  जानने  की  बाध्यता  नहीं  है .

मैं  बिहार   से  हूँ , वहां  के  संसद लालू प्रसाद यादव   को  मैंने   अंग्रेजी में  बोलते  बहुत  कम ही सुना  है , पर  उनके  जैसा  आत्मविश्वास  से  लबरेज़  नेता  भी  कम   ही  देखा  है . इसी  तरह  मायावती , और  मुलायम  सिंह  जैसे  नेताओं में  आत्मविश्वास  कूट -कूट  कर  भरा  है  पर  वो  हमेशा  हिंदी  भाषा का  ही  प्रयोग  करते  हैं . दोस्तों, कुछ  जगहों  पर  जैसे  कि job-interview में  अंग्रेजी  का  ज्ञान  आपके  चयन  के  लिए  ज़रूरी  हो  सकता  है , पर  confidence के  लिए  नहीं , आप  बिना  English जाने  भी  दुनिया  के  सबसे  confident  व्यक्ति  बन  सकते  हैं .

8 ) जो  चीज  आपका आत्मविश्वास  घटाती  हो  उसे  बार-बार  कीजिये :

कुछ  लोग  किसी  ख़ास  वजह  से  confident नहीं  feel करते  हैं . जैसे  कि  कुछ  लोगों में  stage-fear होता  है  तो  कोई  opposite sex के  सामने  nervous हो  जाता  है . यदि  आप  भी  ऐसे  किसी  challenge को  face कर  रहे  हैं  तो  इसे beat करिए . और  beat करने  का  सबसे  अच्छा  तरीका  है  कि  जो  activity आपको  nervous करती  है  उसे  इतनी  बार  कीजिये  कि  वो  आप ताकत  बन  जाये . यकीन  जानिए  आपके  इस  प्रयास  को  भले  ही शुरू  में  कुछ  लोग  lightly लें  और  शायद  मज़ाक  भी  उडाएं  पर  जब  आप  लगातार अपने efforts  में लगे  रहेंगे  तो  वही  लोग  एक  दिन  आपके  लिए  खड़े  होकर  ताली  बजायेंगे .

 गाँधी जी की कही एक  line मुझे  हमेशा  से  बहुत  प्रेरित  करती  रही  है  “पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे.”  तो  आप  भी  उन्हें  ignore करने  दीजिये , हंसने  दीजिये ,लड़ने  दीजिये ,पर  अंत  में आप  जीत जाइये . क्योंकि  आप  जीतने  के  लिए  ही  यहाँ  हैं , हारने  के  लिए  नहीं .

9) विशेष  मौकों  पर  विशेष  तैयारी  कीजिये :

“सफलता  के  लिए  आत्म-विश्वास  आवश्यक  है, और आत्म-विश्वास   लिए तैयारी”-Arthur Ashe

जब  कभी  आपके  सामने  खुद  को   prove करने  का  मौका  हो  तो  उसका  पूरा  फायदा  उठाइए . For example: आप  किसी  debate,quiz, dancing या  singing competition में  हिस्सा  ले  रहे  हों , कोई  test या  exam दे  रहे  हो ,या  आप  कोई  presentation दे  रहे  हों , या  कोई  program organize कर  रहे  हों . ऐसे  हर एक  मौके  के  लिए  जी -जान   से  जुट  जाइये  और  बस  ये  ensure करिए  कि  आपने  तैयारी  में  कोई  कमी  नहीं  रखी , अब  result चाहे जो भी  हो  पर  कोई  आपकी  preparation को  लेकर  आप  पर  ऊँगली  ना  उठा  पाए.

Preparation और  self-confidence directly proportional हैं . जितनी  अच्छी  तैयारी  होगी  उतना  अच्छा  आत्म -विश्वास  होगा .और  जब  इस  तैयारी  की  वजह  से  आप  सफल  होंगे  तो  ये  जीत  आपके life की success story में  एक  और  chapter बन  जाएगी  जिसे  आप  बार -बार  पलट  के  पढ़  सकते  हैं  और  अपना  confidence boost कर  सकते  हैं .

10)Daily अपना  MIT पूरा  कीजिये :

कुछ  दिन  पहले  मैंने  नॉलेज साकार पर  MIT यानि  Most Important Task के  बारे  में  लिखा  था , यदि  आपने  इसे  नहीं  पढ़ा  है  तो  ज़रूर  पढ़िए . यदि  आप  अपना  daily का  MIT पूरा  करते  रहेंगे  तो   निश्चित  रूप  से  आपका  आत्म -विश्वास  कुछ  ही  दिनों  में  बढ़  जायेगा . आप  जब  भी  अपना  MIT पूरा  करें  तो  उसे  एक  छोटे  success के  रूप  में देखें  और  खुद  को  इस  काम  के  लिए  शाबाशी  दें .रोज़  रोज़  लगातार  अपने  important tasks को  successfully पूरा  करते  रहना  शायद  अपने  confidence को  boost करने का सबसे  कारगर  तरीका  है .  आप इसे ज़रूर try कीजिये.

Friends, ये  याद  रखिये  कि  आपका  confidence आपकी  education, आपकी financial condition या आपके looks पर नहीं depend करता और आपकी इज़ाज़त के बिना कोई भी आपको inferior नहीं feel करा सकता. आपका आत्म-विश्वास आपकी सफलता के लिए बेहद आवश्यक है,और आज आपका confidence चाहे जिस level हो, अपने efforts से आप उसे नयी ऊँचाइयों तक पहुंचा सकते हैं.

All the best!

रिक्शेवाले का बेटा बना IAS officer !

अगर  career के  point of view से  देखा  जाए  तो  India  में  थ्री आइज़ (3 Is) का   कोई  मुकाबला  नही:

IIT,IIM, और IAS. लेकिन इन तीनो  में  IAS का  रुतबा  सबसे  अधिक  है . हर  साल  लाखों  परीक्षार्थी  IAS officer बनने  की  चाह  में  Civil Services के  exam में  बैठते  हैं  पर  इनमे  से 0.025 percent से  भी  कम  लोग  IAS officer बन  पाते  हैं . आप  आसानी  से  अंदाज़ा  लगा  सकते  हैं  कि  IAS beat करना  कितना  मुश्किल  काम है , और ऐसे  में  जो  कोई  भी  इस  exam को  clear करता  है  उसके  लिए  अपने  आप  ही  मन  में  एक  अलग  image बन  जाती  है . और  जब  ऐसा  करने  वाला  किसी  बहुत  ही  साधारण  background से  हो  तो  उसके  लिए  मन  में  और  भी  respect आना  स्वाभाविक  है .

आज  AKC पर  मैं  आपके  साथ  ऐसे  ही  एक  व्यक्ति की  कहानी  share  कर  रहा  हूँ  जो  हज़ारो  दिक्कतों  के  बावजूद  अपने  दृढ  निश्चय  और  मेहनत  के  बल  पर  IAS officer बना .

ये  कहानी  है  Govind Jaiswal की , गोविन्द   के  पिता  एक  रिक्शा -चालक  थे , बनारस  की  तंग  गलियों  में  , एक  12 by 8 के  किराए  के  कमरे  में  रहने  वाला  गोविन्द  का  परिवार  बड़ी  मुश्किल  से  अपना  गुजरा  कर  पाता  था . ऊपर से  ये  कमरा  ऐसी  जगह  था  जहाँ  शोर -गुल  की कोई  कमी  नहीं  थी , अगल-बगल  मौजूद  फक्ट्रियों  और  जनरेटरों  के  शोर  में  एक  दूसरे  से  बात  करना  भी  मुश्किल  था .

नहाने -धोने  से  लेकर  खाने -पीने  तक  का  सारा  काम इसी  छोटी  सी जगह  में  Govind , उनके  माता -पिता  और  दो  बहने  करती  थीं . पर  ऐसी  परिस्थिति  में  भी  गोविन्द  ने  शुरू  से  पढाई  पर  पूरा  ध्यान  दिया .

अपनी  पढाई  और  किताबों  का  खर्चा  निकालने  के  लिए  वो   class 8 से  ही  tuition पढ़ाने  लगे . बचपन  से  एक  असैक्षिक  माहौल  में  रहने  वाले  गोविन्द  को  पढाई  लिखाई   करने  पर  लोगों  के  ताने  सुनने पड़ते  थे . “ चाहे  तुम  जितना  पढ़ लो  चलाना  तो  रिक्शा  ही  है ” पर  गोविन्द  इन  सब  के  बावजूद  पढाई  में  जुटे  रहते . उनका  कहना  है . “ मुझे  divert करना  असंभव था .अगर  कोई  मुझे  demoralize करता  तो  मैं  अपनी  struggling family के  बारे  में  सोचने  लगता .”

आस - पास  के  शोर  से  बचने  के  लिए  वो  अपने  कानो  में  रुई लगा  लेते  , और  ऐसे  वक़्त  जब  disturbance ज्यादा  होती  तब  Maths लगाते  , और  जब  कुछ  शांती  होती  तो  अन्य  subjects पढ़ते .रात में  पढाई के लिए अक्सर उन्हें मोमबत्ती, ढेबरी , इत्यादि का सहारा लेना पड़ता क्योंकि उनके इलाके में १२-१४ घंटे बिजली कटौती रहती.

चूँकि   वो  शुरू  से  school topper रहे  थे  और  Science subjects में  काफी  तेज  थे  इसलिए   Class 12 के  बाद  कई  लोगों  ने  उन्हें  Engineering करने  की  सलाह  दी ,. उनके  मन  में  भी  एक  बार  यह विचार  आया , लेकिन  जब  पता  चला  की  Application form की  fees ही  500 रुपये  है  तो  उन्होंने  ये  idea drop कर  दिया , और  BHU से  अपनी  graduation करने  लगे , जहाँ  सिर्फ  10 रूपये की औपचारिक fees थी .

Govind अपने  IAS अफसर बनने  के  सपने  को  साकार  करने  के  लिए  पढ़ाई  कर  रहे  थे  और  final preparation के  लिए  Delhi चले  गए  लेकिन  उसी  दौरान   उनके  पिता  के  पैरों  में  एक  गहरा  घाव  हो  गया  और  वो  बेरोजगार  हो  गए . ऐसे  में  परिवार  ने  अपनी  एक  मात्र  सम्पत्ती  , एक  छोटी  सी  जमीन  को  30,000 रुपये  में  बेच  दिया  ताकि  Govind अपनी  coaching पूरी  कर  सके . और  Govind ने  भी  उन्हें  निराश  नहीं  किया , 24 साल  की  उम्र  में  अपने  पहले  ही attempt में (Year 2006)  474 सफल  candidates में  48 वाँ  स्थान  लाकर  उन्होंने  अपनी  और  अपने  परिवार  की  ज़िन्दगी  हमेशा -हमेशा  के  लिए  बदल  दी .

Maths पर  command होने  के  बावजूद  उन्होंने  mains के  लिए  Philosophy और  History choose किया , और  प्रारंभ  से  इनका  अध्यन  किया ,उनका कहना  है  कि , “ इस  दुनिया  में  कोई  भी  subject कठिन  नहीं  है , बस आपके  अनादर  उसे  crack करने  की  will-power होनी  चाहिए .”

अंग्रेजी  का  अधिक  ज्ञान  ना  होने पर  उनका  कहना  था , “ भाषा  कोई  परेशानी  नहीं  है , बस  आत्मव्श्वास  की ज़रुरत  है . मेरी  हिंदी  में  पढने  और  व्यक्त  करने  की  क्षमता  ने  मुझे  achiever बनाया .अगर  आप  अपने  विचार  व्यक्त  करने  में  confident हैं  तो  कोई  भी  आपको  सफल  होने  से  नहीं  रोक  सकता .कोई  भी  भाषा  inferior या  superior नहीं  होती . ये  महज  society द्वारा  बनाया  गया  एक  perception है .भाषा  सीखना  कोई  बड़ी  बात  नहीं  है - खुद  पर  भरोसा  रखो . पहले  मैं  सिर्फ  हिंदी  जानता  था ,IAS academy में  मैंने  English पर  अपनी  पकड़  मजबूत  की . हमारी  दुनिया  horizontal है —ये  तो  लोगों  का  perception है  जो  इसे  vertical बनता  है , और  वो  किसी  को  inferior तो  किसी  को  superior बना  देते  हैं .”

 गोविन्द  जी  की  यह  सफलता  दर्शाती  है  की  कितने  ही  आभाव  क्यों  ना  हो  यदि  दृढ  संकल्प  और  कड़ी मेहनत   से  कोई  अपने  लक्ष्य -प्राप्ति  में  जुट  जाए  तो  उसे  सफलता  ज़रूर  मिलती  है . आज  उन्हें  IAS officer बने  5 साल  हो  चुके  हैं  पर  उनके  संघर्ष  की  कहानी  हमेशा  हमें प्रेरित  करती  रहेगी .


इन्सान की तीस गलतियां: -

mistake

इन्सान की तीस गलतियां: -
1. इस ख्याल में रहना कि जवानी और तन्दुरुस्ती हमेशा रहेगी।
2. खुद को दूसरों से बेहतर समझना।
3. अपनी अक्ल को सबसे बढ़कर.समझना।
4. दुश्मन को कमजोर समझना।
5. बीमारी को मामुली समझकर शुरु में इलाज न करना।
6. अपनी राय को मानना और दूसरों के मशवरें को ठुकरा देना।
7. किसी के बारे में मालुम होना फिर भी उसकी चापलुसी में बार-बार आ जाना।
8. बेकारी में आवारा घुमना और रोज़गार की तलाश न करना।
9. अपना राज़ किसी दूसरे को बता कर उससे छुपाए रखने की ताकीद करना।
10. आमदनी से ज्यादा खर्च करना।
11. लोगों की तक़लिफों में शरीकन होना, और उनसे मदद की उम्मीद रखना।
12. एक दो मुलाक़ात में किसी के बारे में अच्छी राय कायम करना।
13. माँ-बाप की खिदमत न करना और अपनी औलाद से खिदमत की उम्मीद रखना।
14. किसी काम को ये सोचकर अधुरा.छोड़ना कि फिर किसी दिन पुरा कर लिया जाएगा।
15. दुसरों के साथ बुरा करना और उनसे अच्छे की उम्मीद रखना।
16. आवारा लोगों के साथ उठना बैठना।
17. कोई अच्छी राय दे तो उस पर ध्यान न देना।
18. खुद हराम व हलाल का ख्याल न करना और दूसरों को भी इस राह पर लगाना।
19. झूठी कसम खाकर, झूठ बोलकर, धोखा देकर अपना माल बेचना, या व्यापार करना।
20. इल्म, दीन या दीनदारी को इज्जतन समझना।
21. मुसिबतों में बेसब्र बन कर चीख़ पुकार करना।
22. फकीरों, और गरीबों को अपने घर से धक्का दे कर भगा देना।
23. ज़रुरत से ज्यादा बातचीत करना।
24. पड़ोसियों से अच्छा व्यवहार नहीं रखना।
25. बादशाहों और अमीरों की दोस्ती पर यकीन रखना।
26. बिना वज़ह किसी के घरेलू मामले में दखल देना।
27. बगैर सोचे समझे बात करना।
28. तीन दिन से ज्यादा किसी का.मेहमान बनना।
29. अपने घर का भेद दूसरों पर ज़ाहिर करना।
30. हर एक के सामने अपना दुख दर्द सुनाते रहना।
knowledge sakar
 

प्रेरणा का स्रोत

दोस्तों ,जिंदगी है तो संघर्ष हैं,तनाव है,काम का pressure है, ख़ुशी है,डर है !लेकिन अच्छी बात यह है कि ये सभी स्थायी नहीं हैं!समय रूपी नदी के प्रवाह में से सब प्रवाहमान हैं!कोई भी परिस्थिति चाहे ख़ुशी की हो या ग़म की, कभी स्थाई नहीं होती ,समय के अविरल प्रवाह में विलीन हो जाती है!

ऐसा अधिकतर होता है की जीवन की यात्रा के दौरान हम अपने आप को कई बार दुःख
,तनाव,चिंता,डर,हताशा,निराशा,भय,रोग इत्यादि के मकडजाल में फंसा हुआ पाते हैं  हम तत्कालिक परिस्थितियों के इतने वशीभूत हो जाते हैं  कि दूर-दूर तक देखने पर भी हमें कोई प्रकाश की किरण मात्र भी दिखाई नहीं देती , दूर से चींटी की तरह महसूस होने वाली परेशानी हमारे नजदीक आते-आते हाथी के जैसा रूप धारण कर लेती है  और हम उसकी विशालता और भयावहता के आगे समर्पण कर परिस्थितियों को अपने ऊपर हावी हो जाने देते हैं,वो परिस्थिति हमारे पूरे वजूद को हिला डालती है ,हमें हताशा,निराशा के भंवर में उलझा जाती है…एक-एक क्षण पहाड़ सा प्रतीत होता है और हममे से ज्यादातर लोग आशा की कोई  किरण ना देख पाने के कारण  हताश होकर परिस्थिति के आगे हथियार डाल देते हैं!

अगर आप किसी अनजान,निर्जन रेगिस्तान मे फँस जाएँ तो उससे निकलने का एक ही उपाए है ,बस -चलते रहें!   अगर आप नदी के बीच जाकर हाथ पैर नहीं चलाएँगे तो निश्चित ही डूब जाएंगे !  जीवन मे कभी ऐसा क्षण भी आता है, जब लगता है की बस अब कुछ भी बाकी नहीं है ,ऐसी परिस्थिति मे अपने  आत्मविश्वास और साहस के साथ सिर्फ डटे रहें क्योंकि-

“हर चीज का हल होता है,आज नहीं तो कल होता है|”

एक बार एक राजा की सेवा से प्रसन्न होकर एक साधू नें उसे एक ताबीज दिया और कहा की राजन  इसे अपने गले मे डाल लो और जिंदगी में कभी ऐसी परिस्थिति आये की जब तुम्हे लगे की बस अब तो सब ख़तम होने वाला है ,परेशानी के भंवर मे अपने को फंसा पाओ ,कोई प्रकाश की किरण नजर ना आ रही हो ,हर तरफ निराशा और हताशा हो तब तुम इस ताबीज को खोल कर इसमें रखे कागज़ को पढ़ना ,उससे पहले नहीं!

राजा ने वह ताबीज अपने गले मे पहन लिया !एक बार राजा अपने सैनिकों के साथ शिकार करने घने जंगल मे गया!  एक शेर का पीछा करते करते राजा अपने सैनिकों से अलग हो गया और दुश्मन राजा की सीमा मे प्रवेश कर गया,घना जंगल और सांझ का समय ,  तभी कुछ दुश्मन सैनिकों के घोड़ों की टापों की आवाज राजा को आई और उसने भी अपने घोड़े को एड लगाई,  राजा आगे आगे दुश्मन सैनिक पीछे पीछे!   बहुत दूर तक भागने पर भी राजा उन सैनिकों से पीछा नहीं छुडा पाया !  भूख  प्यास से बेहाल राजा को तभी घने पेड़ों के बीच मे एक गुफा सी दिखी ,उसने तुरंत स्वयं और घोड़े को उस गुफा की आड़ मे छुपा लिया !  और सांस रोक कर बैठ गया , दुश्मन के घोड़ों के पैरों की आवाज धीरे धीरे पास आने लगी !  दुश्मनों से घिरे हुए अकेले राजा को अपना अंत नजर आने लगा ,उसे लगा की बस कुछ ही क्षणों में दुश्मन उसे पकड़ कर मौत के घाट उतार देंगे !  वो जिंदगी से निराश हो ही गया था , की उसका हाथ अपने ताबीज पर गया और उसे साधू की बात याद आ गई !उसने तुरंत ताबीज को खोल कर कागज को बाहर निकाला और पढ़ा !   उस पर्ची पर लिखा था —”यह भी कट जाएगा “

राजा को अचानक  ही जैसे घोर अन्धकार मे एक  ज्योति की किरण दिखी , डूबते को जैसे कोई सहारा मिला !  उसे अचानक अपनी आत्मा मे एक अकथनीय शान्ति का अनुभव हुआ !  उसे लगा की सचमुच यह भयावह समय भी कट ही जाएगा ,फिर मे क्यों चिंतित होऊं !  अपने प्रभु और अपने पर विश्वासरख उसने स्वयं से कहा की हाँ ,यह भी कट जाएगा !

और हुआ भी यही ,दुश्मन के घोड़ों के पैरों की आवाज पास आते आते दूर जाने लगी ,कुछ समय बाद वहां शांति छा गई !  राजा रात मे गुफा से निकला और किसी तरह अपने राज्य मे वापस आ गया !

दोस्तों,यह सिर्फ किसी राजा की कहानी नहीं है यह हम सब की कहानी है !हम सभी परिस्थिति,काम ,तनाव के दवाव में इतने जकड जाते हैं की हमे कुछ सूझता नहीं है ,हमारा डर हम पर हावी होने लगता है ,कोई रास्ता ,समाधान दूर दूर तक नजर नहीं आता ,लगने लगता है की बस, अब सब ख़तम ,है ना?

जब ऐसा हो तो २ मिनट शांति से बेठिये ,थोड़ी गहरी गहरी साँसे लीजिये !  अपने आराध्य को याद कीजिये और स्वयं से जोर से कहिये –यह भी कट जाएगा !   आप देखिएगा एकदम से जादू सा महसूस होगा , और आप उस परिस्थिति से उबरने की शक्ति अपने अन्दर महसूस करेंगे !  आजमाया हुआ है ! बहुत कारगर है !

आशा है जैसे यह सूत्र मेरे जीवन मे मुझे प्रेरणा देता है ,आपके जीवन मे भी प्रेरणादायक सिद्ध होगा !

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शास्त्री नगर 2282966
सुल्तानगंज 2671503

पटना रेलवे हेल्पलाइन
आरक्षण पूछताछ , टेलीफोन 136 , 138, 2222197
पूछताछ , टेलीफोन 133 , 131 , 2507214
स्टेशन मास्टर , पटना . दूरभाष 2224660
पटना सिटी , दूरभाष 2616388
दानापुर , दूरभाष 2507812
Adrm , दूरभाष 2507523
DRM , दूरभाष 2507465
जीआरपी, दूरभाष 2231968
सीनियर प्रो , दानापुर , दूरभाष 2507294

पटना फायर सर्विसेज
आग , टेलीफोन 101
पटना सिटी , दूरभाष 2641800
पटना , दूरभाष 2222223

पटना एम्बुलेंस
इमरजेंसी , टेलीफोन 102
Gardanibagh अस्पताल , दूरभाष 2242309
भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी , दूरभाष 2226267
Kurji होली फेमिली अस्पताल , दूरभाष 2261516 , 2625401 , 2262516
पटना सिटी अस्पताल , दूरभाष 2641817
PMCH , दूरभाष 2670132 , 2671252
राजेंद्र नगर ​​अस्पताल , दूरभाष 2670044
समाज कल्याण समिति , दूरभाष 2225692

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Wednesday, 26 March 2014

जीवन में बढने के लिए जरुरी है सही दिशा

 एक पहलवान जैसा, हट्टा-कट्टा, लंबा-चौड़ा व्यक्ति सामान लेकर किसी स्टेशन पर उतरा। उसनेँ एक टैक्सी वाले से कहा कि मुझे साईँ बाबा के मंदिर जाना है।

टैक्सी वाले नेँ कहा- 200 रुपये लगेँगे। उस पहलवान आदमी नेँ बुद्दिमानी दिखाते हुए कहा- इतने पास के दो सौ रुपये, आप टैक्सी वाले तो लूट रहे हो। मैँ अपना सामान खुद ही उठा कर चला जाऊँगा।

वह व्यक्ति काफी दूर तक सामान लेकर चलता रहा। कुछ देर बाद पुन: उसे वही टैक्सी वाला दिखा, अब उस आदमी ने फिर टैक्सी वाले से पूछा – भैया अब तो मैने आधा से ज्यादा दुरी तर कर ली है तो अब आप कितना रुपये लेँगे?

टैक्सी वाले नेँ जवाब दिया- 400 रुपये।

उस आदमी नेँ फिर कहा- पहले दो सौ रुपये, अब चार सौ रुपये, ऐसा क्योँ।

टैक्सी वाले नेँ जवाब दिया- महोदय, इतनी देर से आप साईँ मंदिर की विपरीत दिशा मेँ दौड़ लगा रहे हैँ जबकि साईँ मँदिर तो दुसरी तरफ है।

उस पहलवान व्यक्ति नेँ कुछ भी नहीँ कहा और चुपचाप टैक्सी मेँ बैठ गया।

इसी तरह जिँदगी के कई मुकाम मेँ हम किसी चीज को बिना गंभीरता से सोचे सीधे काम शुरु कर देते हैँ, और फिर अपनी मेहनत और समय को बर्बाद कर उस काम को आधा ही करके छोड़ देते हैँ। किसी भी काम को हाथ मेँ लेनेँ से
पहले पुरी तरह सोच विचार लेवेँ कि क्या जो आप कर रहे हैँ वो आपके लक्ष्य का हिस्सा है कि नहीँ।

हमेशा एक बात याद रखेँ कि दिशा सही होनेँ पर ही मेहनत पूरा रंग लाती है और यदि दिशा ही गलत हो तो आप कितनी भी मेहनत का कोई लाभ नहीं मिल पायेगा। इसीलिए दिशा तय करेँ और आगे बढ़ेँ कामयाबी आपके हाथ जरुर थामेगी।

भगवान भी होते हैं


 एक आदमी हमेशा की तरह अपने नाई
की दूकान पर
बाल कटवाने गया .
बाल कटाते वक़्त अक्सर देश-
दुनिया की बातें
हुआ करती थीं …. आज भी वे सिनेमा ,
राजनीति ,
और खेल जगत , इत्यादि के बारे में बात कर
रहे थे कि अचानक
भगवान् के अस्तित्व को लेकर बात होने
लगी . नाई
ने कहा , “ देखिये भैया , आपकी तरह मैं
भगवान्
के अस्तित्व में यकीन नहीं रखता .” “ तुम
ऐसा क्यों कहते हो ?”, आदमी ने पूछा .
“अरे , ये
समझना बहुत आसान है , बस गली में जाइए
और आप समझ जायेंगे कि भगवान् नहीं है .
आप ही बताइए कि अगर भगवान् होते
तो क्या इतने
लोग बीमार होते ? इतने बच्चे अनाथ
होते ? अगर
भगवान् होते तो किसी को कोई दर्द
कोई
तकलीफ नहीं होती ”, नाई ने
बोलना जारी रखा , “ मैं
ऐसे भगवान के बारे में नहीं सोच
सकता जो इन सब चीजों को होने दे .
.
आप ही बताइए कहाँ है भगवान ?”
आदमी एक क्षण के
लिए रुका , कुछ सोचा , पर बहस
बढे ना इसलिए चुप ही रहा . नाई ने
अपना काम ख़तम
किया और आदमी कुछ सोचते हुए दुकान से
बाहर निकला और कुछ दूर
जाकर खड़ा हो गया. . कुछ देर इंतज़ार
करने के बाद
उसे एक
लम्बी दाढ़ी – मूछ वाला अधेड़
व्यक्ति उस तरफ
आता दिखाई
पड़ा , उसे देखकर
लगता था मानो वो कितने दिनों से
नहाया- धोया ना हो . आदमी तुरंत
नाई कि दुकान में
वापस घुस गया और
बोला , “ जानते हो इस दुनिया में नाई
नहीं होते !”
“भला कैसे नहीं होते हैं ?” , नाई ने सवाल
किया , “
मैं साक्षात तुम्हारे सामने हूँ!! ” “नहीं ”
आदमी ने कहा , “ वो नहीं होते हैं
वरना किसी की भी लम्बी दाढ़ी – मूछ
नहीं होती पर
वो देखो सामने उस
आदमी की कितनी लम्बी दाढ़ी- मूछ
है !!” “ अरे
नहीं भाईसाहब नाई होते हैं लेकिन बहुत से
लोग हमारे पास नहीं आते .” नाई
बोला “बिलकुल सही ” आदमी ने नाई
को रोकते
हुए कहा ,”
यही तो बात है , भगवान भी होते हैं पर
लोग उनके
पास नहीं जाते और ना ही उन्हें खोजने
का प्रयास
करते हैं, इसीलिए दुनिया में इतना दुःख-
दर्द है.” 

Sunday, 23 March 2014

"FUNNY" कोई दीवाना कहता है... कुमार विश्वास की कविता का FUNNY वर्जन

 कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
मगर दिल्ली की बेचैनी को केजरीवाल समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूं , तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!

सियासत एक भयानक फिल्म सी हॉरर कहानी है !
कभी कांग्रेस दीवानी है कभी बीजेपी दीवानी है !!
अन्ना अनशन पर बैठे हैं, मेरी आंखों में आंसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!

कविता छोड़कर के अब, सियासत में मैं आया हूं !
अन्ना के मंच पर चढ़, यहां तक पहुंच पाया हूं !!
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले !
जो मेरा हो नही पाया, वो तेरा हो नही सकता !!

शीला चिढ़ गईं मुझसे, राहुल को परेशानी!
कलम रखकर के ली झाड़ू, तो है सबको ही हैरानी!!
अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा ये सियासत का!
मैं किस्से को हकीक़त में बदल बैठा तो हंगामा!!

Saturday, 22 March 2014

5 चीजें जो आपको नहीं करनी चाहिए और क्यों ?

 दोस्तों  जाने  अनजाने  हम  ऐसी  कई  चीजें करते  हैं  जो  हमारे  personal development के  लिए  ठीक  नहीं  होतीं. वैसे  तो  इन  चीजों  की  list बहुत  लम्बी  हो  सकती  है  पर  मैं  आपके  साथ  सिर्फ  पांच  ऐसी  बातें  share कर  रही  हूँ  जो  मैं  follow करता  हूँ. हो  सकता  है  कि  आप  already इनमे  से  कुछ  चीजें  practice करते  हों , पर  अगर  आप  यहाँ  से  कुछ  add-on कर  पाते  हैं  तो  definitely वो  आपके  life को  better बनाएगा . So , let’s see those 5 things:

1- दुसरे की बुराई को Enjoy करना


ये  तो  हम  बचपन  से  सुनते  आ  रहे  हैं  की  दुसरे  के  सामने  तीसरे  की  बुराई  नहीं  करनी  चाहिए , पर  एक और  बात  जो  मुझे  ज़रूरी  लगती  है  वो  ये  कि  यदि  कोई  किसी  और  की  बुराई  कर  रही  है  तो  हमें  उसमे  interest नहीं  लेना  चाहिए  और  उसे  enjoy नहीं  करना  चाहिए . अगर  आप  उसमे  interest दिखाते  हैं  तो  आप  भी  कहीं  ना  कहीं  negativity को  अपनी  ओर  attract करते  हैं . बेहतर  तो  यही  होगा  की  आप  ऐसे  लोगों  से  दूर  रहे  पर  यदि  साथ  रहना  मजबूरी  हो  तो  आप  ऐसे  topics पर  deaf and dumb हो  जाएं  , सामने  वाला  खुद  बखुद  शांत  हो  जायेगा . For example यदि  कोई  किसी  का  मज़ाक  उड़ा रही  हो  और  आप  उस पे  हँसे  ही  नहीं  तो  शायद  वो  अगली  बार  आपके  सामने  ऐसा  ना  करे . इस  बात  को  भी  समझिये  की  generally जो  लोग  आपके  सामने  औरों  का  मज़ाक  उड़ाते  हैं  वो  औरों  के  सामने  आपका  भी  मज़ाक  उड़ाते  होंगे . इसलिए  ऐसे  लोगों  को  discourage करना  ही  ठीक  है .

2. अपने अन्दर को दुसरे के बहार से compare करना


इसे  इंसानी  defect कह  लीजिये  या  कुछ  और  पर  सच  ये  है  की  बहुत  सारे  दुखों  का  कारण  हमारा  अपना  दुःख  ना  हो  के  दूसरे   की  ख़ुशी  होती  है . आप  इससे  ऊपर  उठने  की  कोशिश  करिए , इतना  याद  रखिये  की  किसी  व्यक्ति  की  असलियत  सिर्फ  उसे  ही  पता  होती  है , हम  लोगों  के  बाहरी यानि नकली रूप  को  देखते  हैं  और  उसे  अपने  अन्दर के यानि की असली  रूप  से  compare करते  हैं . इसलिए  हमें लगता  है  की  सामने  वाला  हमसे  ज्यादा  खुश  है , पर  हकीकत  ये  है  की  ऐसे  comparison का  कोई  मतलब  ही  नहीं  होता  है . आपको  सिर्फ  अपने  आप  को  improve करते  जाना  है और व्यर्थ की comparison नहीं करनी है.

3. किसी काम के लिए दुसरो पर depend करना


मैंने  कई  बार  देखा  है  की  लोग  अपने  ज़रूरी काम  भी  बस  इसलिए  पूरा  नहीं  कर  पाते क्योंकि  वो  किसी  और  पे  depend करते  हैं . किसी  व्यक्ति  विशेष  पर  depend मत  रहिये . आपका  goal; समय  सीमा  के  अन्दर  task का  complete करना  होना चाहिए  , अब  अगर  आपका  best  friend तत्काल  आपकी  मदद  नहीं  कर  पा  रही  है  तो  आप  किसी  और  की  मदद  ले  सकते  हैं , या  संभव  हो  तो  आप  अकेले  भी  वो  काम  कर  सकते  हैं .

ऐसा  करने  से  आपका  confidence बढेगा , ऐसे  लोग  जो  छोटे  छोटे  कामों  को  करने  में  आत्मनिर्भर  होते  हैं  वही  आगे  चल  कर  बड़े -बड़े  challenges भी  पार  कर  लेते  हैं , तो  इस  चीज  को  अपनी  habit में  लाइए  : ये  ज़रूरी  है की  काम  पूरा  हो  ये  नहीं  की  किसी  व्यक्ति  विशेष  की  मदद  से  ही  पूरा  हो .

4. जो बीत गया उस पर अफ़सोस करना


अगर  आपके  साथ  past में  कुछ  ऐसा  हुआ  है  जो  आपको  दुखी  करता  है  तो  उसके  बारे  में  एक  बार  अफ़सोस  करिए…दो  बार  करिए….पर  तीसरी  बार  मत  करिए . उस  incident से जो सीख  ले  सकते  हैं  वो  लीजिये  और  आगे  का  देखिये . जो  लोग  अपना  रोना  दूसरों  के  सामने  बार-बार  रोते  हैं  उसके  साथ  लोग  sympathy दिखाने  की  बजाये उससे कटने  लगते  हैं . हर  किसी  की  अपनी  समस्याएं  हैं  और  कोई  भी  ऐसे  लोगों  को  नहीं  पसंद  करता  जो  life को  happy बनाने  की  जगह  sad बनाए . और  अगर  आप  ऐसा  करते  हैं  तो  किसी  और  से  ज्यादा  आप ही  का  नुकसान  होता  है . आप  past में  ही  फंसे  रह  जाते  हैं , और  ना  इस  पल  को  जी  पाते  हैं  और  ना  future के  लिए  खुद  को prepare कर  पाते  हैं .

5. जो नहीं चाहते हैं उस पर focus करना  


सम्पूर्ण ब्रह्मांड में हम जिस चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं उस चीज में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि होती है.  इसलिए   आप  जो  होते  देखना  चाहते  हैं  उस  पर  focus करिए , उस  बारे  में  बात  करिए  ना  की  ऐसी  चीजें  जो  आप  नहीं  चाहते  हैं . For example: यदि  आप अपनी  income बढ़ाना  चाहते  हैं  तो  बढती  महंगाई  और  खर्चों  पर  हर  वक़्त  मत  बात  कीजिये  बल्कि  नयी  opportunities और  income generating ideas पर  बात  कीजिये .

इन  बातों पर  ध्यान  देने  से  आप  Self Improvement के  रास्ते  पर  और  भी  तेजी  से  बढ़ पायेंगे  और  अपनी  life को  खुशहाल  बना  पायेंगे . All the best. :)


 
 knowledge sakar
दोस्तों  जाने  अनजाने  हम  ऐसी  कई  चीजें करते  हैं  जो  हमारे  personal development के  लिए  ठीक  नहीं  होतीं. वैसे  तो  इन  चीजों  की  list बहुत  लम्बी  हो  सकती  है  पर  मैं  आपके  साथ  सिर्फ  पांच  ऐसी  बातें  share कर  रही  हूँ  जो  मैं  follow करता  हूँ. हो  सकता  है  कि  आप  already इनमे  से  कुछ  चीजें  practice करते  हों , पर  अगर  आप  यहाँ  से  कुछ  add-on कर  पाते  हैं  तो  definitely वो  आपके  life को  better बनाएगा . So , let’s see those 5 things:
1- दुसरे की बुराई को Enjoy करना
ये  तो  हम  बचपन  से  सुनते  आ  रहे  हैं  की  दुसरे  के  सामने  तीसरे  की  बुराई  नहीं  करनी  चाहिए , पर  एक और  बात  जो  मुझे  ज़रूरी  लगती  है  वो  ये  कि  यदि  कोई  किसी  और  की  बुराई  कर  रही  है  तो  हमें  उसमे  interest नहीं  लेना  चाहिए  और  उसे  enjoy नहीं  करना  चाहिए . अगर  आप  उसमे  interest दिखाते  हैं  तो  आप  भी  कहीं  ना  कहीं  negativity को  अपनी  ओर  attract करते  हैं . बेहतर  तो  यही  होगा  की  आप  ऐसे  लोगों  से  दूर  रहे  पर  यदि  साथ  रहना  मजबूरी  हो  तो  आप  ऐसे  topics पर  deaf and dumb हो  जाएं  , सामने  वाला  खुद  बखुद  शांत  हो  जायेगा . For example यदि  कोई  किसी  का  मज़ाक  उड़ा रही  हो  और  आप  उस पे  हँसे  ही  नहीं  तो  शायद  वो  अगली  बार  आपके  सामने  ऐसा  ना  करे . इस  बात  को  भी  समझिये  की  generally जो  लोग  आपके  सामने  औरों  का  मज़ाक  उड़ाते  हैं  वो  औरों  के  सामने  आपका  भी  मज़ाक  उड़ाते  होंगे . इसलिए  ऐसे  लोगों  को  discourage करना  ही  ठीक  है .
2. अपने अन्दर को दुसरे के बहार से compare करना 
इसे  इंसानी  defect कह  लीजिये  या  कुछ  और  पर  सच  ये  है  की  बहुत  सारे  दुखों  का  कारण  हमारा  अपना  दुःख  ना  हो  के  दूसरे   की  ख़ुशी  होती  है . आप  इससे  ऊपर  उठने  की  कोशिश  करिए , इतना  याद  रखिये  की  किसी  व्यक्ति  की  असलियत  सिर्फ  उसे  ही  पता  होती  है , हम  लोगों  के  बाहरी यानि नकली रूप  को  देखते  हैं  और  उसे  अपने  अन्दर के यानि की असली  रूप  से  compare करते  हैं . इसलिए  हमें लगता  है  की  सामने  वाला  हमसे  ज्यादा  खुश  है , पर  हकीकत  ये  है  की  ऐसे  comparison का  कोई  मतलब  ही  नहीं  होता  है . आपको  सिर्फ  अपने  आप  को  improve करते  जाना  है और व्यर्थ की comparison नहीं करनी है.
3. किसी काम के लिए दुसरो पर depend करना 
मैंने  कई  बार  देखा  है  की  लोग  अपने  ज़रूरी काम  भी  बस  इसलिए  पूरा  नहीं  कर  पाते क्योंकि  वो  किसी  और  पे  depend करते  हैं . किसी  व्यक्ति  विशेष  पर  depend मत  रहिये . आपका  goal; समय  सीमा  के  अन्दर  task का  complete करना  होना चाहिए  , अब  अगर  आपका  best  friend तत्काल  आपकी  मदद  नहीं  कर  पा  रही  है  तो  आप  किसी  और  की  मदद  ले  सकते  हैं , या  संभव  हो  तो  आप  अकेले  भी  वो  काम  कर  सकते  हैं .
ऐसा  करने  से  आपका  confidence बढेगा , ऐसे  लोग  जो  छोटे  छोटे  कामों  को  करने  में  आत्मनिर्भर  होते  हैं  वही  आगे  चल  कर  बड़े -बड़े  challenges भी  पार  कर  लेते  हैं , तो  इस  चीज  को  अपनी  habit में  लाइए  : ये  ज़रूरी  है की  काम  पूरा  हो  ये  नहीं  की  किसी  व्यक्ति  विशेष  की  मदद  से  ही  पूरा  हो .
4. जो बीत गया उस पर अफ़सोस करना
अगर  आपके  साथ  past में  कुछ  ऐसा  हुआ  है  जो  आपको  दुखी  करता  है  तो  उसके  बारे  में  एक  बार  अफ़सोस  करिए…दो  बार  करिए….पर  तीसरी  बार  मत  करिए . उस  incident से जो सीख  ले  सकते  हैं  वो  लीजिये  और  आगे  का  देखिये . जो  लोग  अपना  रोना  दूसरों  के  सामने  बार-बार  रोते  हैं  उसके  साथ  लोग  sympathy दिखाने  की  बजाये उससे कटने  लगते  हैं . हर  किसी  की  अपनी  समस्याएं  हैं  और  कोई  भी  ऐसे  लोगों  को  नहीं  पसंद  करता  जो  life को  happy बनाने  की  जगह  sad बनाए . और  अगर  आप  ऐसा  करते  हैं  तो  किसी  और  से  ज्यादा  आप ही  का  नुकसान  होता  है . आप  past में  ही  फंसे  रह  जाते  हैं , और  ना  इस  पल  को  जी  पाते  हैं  और  ना  future के  लिए  खुद  को prepare कर  पाते  हैं .
5. जो नहीं चाहते हैं उस पर focus करना  
सम्पूर्ण ब्रह्मांड में हम जिस चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं उस चीज में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि होती है.  इसलिए   आप  जो  होते  देखना  चाहते  हैं  उस  पर  focus करिए , उस  बारे  में  बात  करिए  ना  की  ऐसी  चीजें  जो  आप  नहीं  चाहते  हैं . For example: यदि  आप अपनी  income बढ़ाना  चाहते  हैं  तो  बढती  महंगाई  और  खर्चों  पर  हर  वक़्त  मत  बात  कीजिये  बल्कि  नयी  opportunities और  income generating ideas पर  बात  कीजिये .
इन  बातों पर  ध्यान  देने  से  आप  Self Improvement के  रास्ते  पर  और  भी  तेजी  से  बढ़ पायेंगे  और  अपनी  life को  खुशहाल  बना  पायेंगे . All the best. :)
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दोस्तों  जाने  अनजाने  हम  ऐसी  कई  चीजें करते  हैं  जो  हमारे  personal development के  लिए  ठीक  नहीं  होतीं. वैसे  तो  इन  चीजों  की  list बहुत  लम्बी  हो  सकती  है  पर  मैं  आपके  साथ  सिर्फ  पांच  ऐसी  बातें  share कर  रही  हूँ  जो  मैं  follow करता  हूँ. हो  सकता  है  कि  आप  already इनमे  से  कुछ  चीजें  practice करते  हों , पर  अगर  आप  यहाँ  से  कुछ  add-on कर  पाते  हैं  तो  definitely वो  आपके  life को  better बनाएगा . So , let’s see those 5 things:
1- दुसरे की बुराई को Enjoy करना
ये  तो  हम  बचपन  से  सुनते  आ  रहे  हैं  की  दुसरे  के  सामने  तीसरे  की  बुराई  नहीं  करनी  चाहिए , पर  एक और  बात  जो  मुझे  ज़रूरी  लगती  है  वो  ये  कि  यदि  कोई  किसी  और  की  बुराई  कर  रही  है  तो  हमें  उसमे  interest नहीं  लेना  चाहिए  और  उसे  enjoy नहीं  करना  चाहिए . अगर  आप  उसमे  interest दिखाते  हैं  तो  आप  भी  कहीं  ना  कहीं  negativity को  अपनी  ओर  attract करते  हैं . बेहतर  तो  यही  होगा  की  आप  ऐसे  लोगों  से  दूर  रहे  पर  यदि  साथ  रहना  मजबूरी  हो  तो  आप  ऐसे  topics पर  deaf and dumb हो  जाएं  , सामने  वाला  खुद  बखुद  शांत  हो  जायेगा . For example यदि  कोई  किसी  का  मज़ाक  उड़ा रही  हो  और  आप  उस पे  हँसे  ही  नहीं  तो  शायद  वो  अगली  बार  आपके  सामने  ऐसा  ना  करे . इस  बात  को  भी  समझिये  की  generally जो  लोग  आपके  सामने  औरों  का  मज़ाक  उड़ाते  हैं  वो  औरों  के  सामने  आपका  भी  मज़ाक  उड़ाते  होंगे . इसलिए  ऐसे  लोगों  को  discourage करना  ही  ठीक  है .
2. अपने अन्दर को दुसरे के बहार से compare करना 
इसे  इंसानी  defect कह  लीजिये  या  कुछ  और  पर  सच  ये  है  की  बहुत  सारे  दुखों  का  कारण  हमारा  अपना  दुःख  ना  हो  के  दूसरे   की  ख़ुशी  होती  है . आप  इससे  ऊपर  उठने  की  कोशिश  करिए , इतना  याद  रखिये  की  किसी  व्यक्ति  की  असलियत  सिर्फ  उसे  ही  पता  होती  है , हम  लोगों  के  बाहरी यानि नकली रूप  को  देखते  हैं  और  उसे  अपने  अन्दर के यानि की असली  रूप  से  compare करते  हैं . इसलिए  हमें लगता  है  की  सामने  वाला  हमसे  ज्यादा  खुश  है , पर  हकीकत  ये  है  की  ऐसे  comparison का  कोई  मतलब  ही  नहीं  होता  है . आपको  सिर्फ  अपने  आप  को  improve करते  जाना  है और व्यर्थ की comparison नहीं करनी है.
3. किसी काम के लिए दुसरो पर depend करना 
मैंने  कई  बार  देखा  है  की  लोग  अपने  ज़रूरी काम  भी  बस  इसलिए  पूरा  नहीं  कर  पाते क्योंकि  वो  किसी  और  पे  depend करते  हैं . किसी  व्यक्ति  विशेष  पर  depend मत  रहिये . आपका  goal; समय  सीमा  के  अन्दर  task का  complete करना  होना चाहिए  , अब  अगर  आपका  best  friend तत्काल  आपकी  मदद  नहीं  कर  पा  रही  है  तो  आप  किसी  और  की  मदद  ले  सकते  हैं , या  संभव  हो  तो  आप  अकेले  भी  वो  काम  कर  सकते  हैं .
ऐसा  करने  से  आपका  confidence बढेगा , ऐसे  लोग  जो  छोटे  छोटे  कामों  को  करने  में  आत्मनिर्भर  होते  हैं  वही  आगे  चल  कर  बड़े -बड़े  challenges भी  पार  कर  लेते  हैं , तो  इस  चीज  को  अपनी  habit में  लाइए  : ये  ज़रूरी  है की  काम  पूरा  हो  ये  नहीं  की  किसी  व्यक्ति  विशेष  की  मदद  से  ही  पूरा  हो .
4. जो बीत गया उस पर अफ़सोस करना
अगर  आपके  साथ  past में  कुछ  ऐसा  हुआ  है  जो  आपको  दुखी  करता  है  तो  उसके  बारे  में  एक  बार  अफ़सोस  करिए…दो  बार  करिए….पर  तीसरी  बार  मत  करिए . उस  incident से जो सीख  ले  सकते  हैं  वो  लीजिये  और  आगे  का  देखिये . जो  लोग  अपना  रोना  दूसरों  के  सामने  बार-बार  रोते  हैं  उसके  साथ  लोग  sympathy दिखाने  की  बजाये उससे कटने  लगते  हैं . हर  किसी  की  अपनी  समस्याएं  हैं  और  कोई  भी  ऐसे  लोगों  को  नहीं  पसंद  करता  जो  life को  happy बनाने  की  जगह  sad बनाए . और  अगर  आप  ऐसा  करते  हैं  तो  किसी  और  से  ज्यादा  आप ही  का  नुकसान  होता  है . आप  past में  ही  फंसे  रह  जाते  हैं , और  ना  इस  पल  को  जी  पाते  हैं  और  ना  future के  लिए  खुद  को prepare कर  पाते  हैं .
5. जो नहीं चाहते हैं उस पर focus करना  
सम्पूर्ण ब्रह्मांड में हम जिस चीज पर ध्यान केंद्रित करते हैं उस चीज में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि होती है.  इसलिए   आप  जो  होते  देखना  चाहते  हैं  उस  पर  focus करिए , उस  बारे  में  बात  करिए  ना  की  ऐसी  चीजें  जो  आप  नहीं  चाहते  हैं . For example: यदि  आप अपनी  income बढ़ाना  चाहते  हैं  तो  बढती  महंगाई  और  खर्चों  पर  हर  वक़्त  मत  बात  कीजिये  बल्कि  नयी  opportunities और  income generating ideas पर  बात  कीजिये .
इन  बातों पर  ध्यान  देने  से  आप  Self Improvement के  रास्ते  पर  और  भी  तेजी  से  बढ़ पायेंगे  और  अपनी  life को  खुशहाल  बना  पायेंगे . All the best. :)
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